NCP पर कब्जे को लेकर शरद पवार और उनके भतीजे अजीत पवार के बीच छिड़ी जंग..
अजित गुट ने इस दिशा अब तक सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी के दस राज्यों के अध्यक्षों को निष्क्रियता व संगठन का काम-काज ठीक तरीके से नहीं करने के आरोप में तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। इन राज्यों की कार्यकारिणी भी भंग कर दी है।इस बीच जिन राज्यों के अध्यक्षों को हटाने का यह फैसला लिया गया है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर कब्जे को लेकर शरद पवार और उनके भतीजे अजीत पवार के बीच छिड़ी जंग अब नए दौर में पहुंच गई है। शुरूआत में दोनों गुटों ने पार्टी पर कब्जे का दावा करते हुए पहले एक-दूसरे को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था लेकिन अब दोनों गुट एक-दूसरे के समर्थन में खड़े पार्टी पदाधिकारियों को निपटाने में जुट गए है।
अजित गुट ने कई राज्यों को अध्यक्षों को हटा दिया
अजित गुट ने इस दिशा अब तक सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए पार्टी के दस राज्यों के अध्यक्षों को निष्क्रियता व संगठन का काम-काज ठीक तरीके से नहीं करने के आरोप में तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। इन राज्यों की कार्यकारिणी भी भंग कर दी है। इस बीच जिन राज्यों के अध्यक्षों को हटाने का यह फैसला लिया गया है, उनमें दिल्ली, बिहार, छत्तीसगढ़, पंजाब, हरियाणा, गोवा, पश्चिम बंगाल, मणिपुर, राजस्थान और अंडमान-निकोबार शामिल है।
अजित पवार के निर्देश पर प्रफुल्ल पटेल ने की कार्रवाई
अजित गुट ने इस संबंध में एक बयान जारी कर यह जानकारी दी है। जिसमें कहा गया है कि पार्टी अध्यक्ष अजीत पवार के निर्देश पर पार्टी के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष प्रफुल्ल पटेल ने कार्रवाई की है। हालांकि, अजित पवार गुट की इस पूरी कार्रवाई को पिछले दिनों शरद पवार की ओर से दिल्ली की राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक और प्रफुल्ल पटेल सहित अजीत पवार के साथ खड़े दस विधायकों के खिलाफ की गई निष्कासन की कार्रवाई से जोड़कर भी देखा जा रहा है।
चुनाव आयोग के सामने होगी दोनों गुटों की परीक्षा
माना जा रहा है कि अजित पवार की ओर से यह जवाबी कार्रवाई की गई है। पार्टी से जुड़े पदाधिकारियों की मानें तो पार्टी पर कब्जे से जुड़ा पूरा विवाद चुनाव आयोग के पास पहुंचने के बाद दोनों ही गुट पार्टी पर अपनी मजबूत पकड़ रखने के लिए यह कदम उठा रहे है। आने वाले दिनों में दोनों ही गुटों को आयोग के सामने अपनी इस पकड़ को साबित करना होगा। साथ ही बताना होगा कि किसके समर्थन में पार्टी के कितने निर्वाचित पदाधिकारी और विधायक-सांसद है।
नए सिरे से राज्यों में कार्यकारिणी के गठन का होगा ऐलान
शरद पवार की ओर से पिछले दिनों में दिल्ली में बुलाई गई राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक को इसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। इस बीच अजीत गुट की ओर से पार्टी प्रवक्ता बृजमोहन श्रीवास्तव ने जारी बयान में बताया है, कि जिन दस राज्यों के अध्यक्षों को हटाया गया और वहां की कार्यकारिणी भंग की गई है, उन सभी राज्यों में पर्यवेक्षक नियुक्त किए जा रहे है।
जो जल्द ही राज्यों का दौरा कर और पार्टी कार्यकर्ताओं से चर्चा कर नई कार्यकारिणी के गठन को लेकर अपनी अनुशंसा देंगे। जिसके बाद नए सिरे सभी राज्यों में नई कार्यकारिणी के गठन का ऐलान किया जाएगा।