21 साल बाद आमने-सामने आए पूर्वांचल के ये दो माफिया डॉन…
पूर्वांचल के दो माफिया डॉन 21 साल पहले आमने-सामने आए, तो दोनों पक्षों की ताबड़तोड़ फायरिंग में तीन लोगों की जान चली गई और कई समर्थक घायल हो गए थे। मंगलवार तीन जनवरी को एक बार फिर दोनों आमने-सामने हो सकते हैं। एमपी-एमएलए कोर्ट ने मऊ सदर के पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी और माफिया डॉन बृजेश सिंह को फिजिकली तलब किया है। कोर्ट के निर्देश पर ऐसा होता है तो दोनों पक्षों को सुरक्षा के लिहाज से नियंत्रित करना पुलिस-प्रशासन के लिए बड़ी चुनौती होगी।
गाजीपुर के एमपी/एमएलए कोर्ट में मंगलवार को उसरी चट्टीकांड की सुनवाई होगी। विशेष जज एडीजे दुर्गेश पांडेय ने मुख्तार अंसारी , बृजेश सिंह, त्रिभुवन सिंह समेत केस से जुड़े सभी लोगों को तीन जनवरी को कोर्ट में तलब किया है। उसरी चट्टीकांड के 21 साल बाद मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह आमने-सामने हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि मंगलवार को पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी बतौर वादी पहली गवाही देंगे। वकीलों की मांग के बाद मुख्तार की फिजिकली गवाही के लिए एडीजे ने आदेश दिया है। मुख्तार को भारी सुरक्षा में बांदा जेल से गाजीपुर लाने की तैयारी है। वहीं बृजेश सिंह भी कोर्ट में फिजिकली पेश होंगे।
त्रिभुवन सिंह को मीरजापुर जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग से जोड़ा जाएगा। सूत्रों के अनुसार 2001 में हुए उसरी चट्टीकांड के बाद मुख्तार अंसारी और बृजेश सिंह का आमना-सामना मंगलवार को कोर्ट में होने की संभावना है। न्यायालय के सुरक्षा प्रभारी एसपी सिटी गोपीनाथ सोनी ने बताया कि मुख्तार अंसारी की पेशी को लेकर पूरी तैयारी है। सुनवाई के दौरान केवल केस से जुड़े लोगों को ही कोर्ट में प्रवेश दिया जाएगा। वहीं एडीजीसी क्रिमिनल नीरज श्रीवास्तव ने कहा कि 2001 के उसरी कांड में मुख्य गवाह मुख्तार अंसारी की पेशी को लेकर प्रशासन और पुलिस को कोर्ट ने निर्देशित किया है। कोर्ट के आदेश पर मुख्तार को पेश करने की तैयारी है। वादी मुख्तार अंसारी को जज ने 20 दिसंबर को ही फिजिकली तलब किया था लेकिन वह पेश नहीं हुए। बताया गया था कि मुख्तार को ट्रांजिट रिमांड में लेकर ईडी प्रयागराज यूनिट पूछताछ कर रही है।
मुख्तार के गवाहों की जिरह के बाद अपर सत्र न्यायाधीश दुर्गेश के समक्ष अभियोजन और बचाव पक्ष के अधिवक्ताओं ने अपना-अपना दलीलें रखी थीं। बचाव पक्ष के वकील ने केस में मुख्तार से जिरह को फिजिकली पेशी कोर्ट में कराने के लिए अगली तारीख नियत करने की अपील की थी। जज ने तीन जनवरी को वादी मुख्तार समेत केस से जुड़े आरोपियों को पेशी में शामिल होने का आदेश दिया था।
मुख्तार के वकील ने बताया जान का खतरा
मुख्तार अंसारी के वकील लियाकत अली ने मुख्तार अंसारी की पेशी के दौरान कड़ी सुरक्षा की मांग की है। मुख्तार को स्वास्थ्य सुविधा भी उपलब्ध कराने का हवाला देते हुए बताया कि वह बीपी, हृदय रोग समेत कई गंभीर बीमारियों से पीड़ित हैं। वकील ने कहा कि मुख्तार को जेल के अंदर और जेल से बाहर लाने और ले जाने में जान को खतरा है। प्रशासन और जज से पेशी के दौरान कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की मांग की ।