रूकार्ट ने देश की सबसे बड़ी सरकारी बैंक से छोटे किसानों को आसान लोन दिलावने के लिए किया टाई-अप

फलों और सब्जियों की शेल्फ लाइफ बढ़ाने के लिए ‘सब्जी कूलर’ बेचने वाली एग्रीटेक फर्म रूकार्ट ने देश की सबसे बड़ी सरकारी बैंक स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआई) के साथ अपने प्रोडक्ट को ग्राहकों तक आसानी से पहुंचाने के लिए आसान लोन ऑप्शन के लिए करार किया है।

4 से 6 दिन बढ़ जाती है शेल्फ लाइफ

रूकार्ट को मई 2019 में स्थापित किया गया था। यह कंपनी एक कोल्ड चेन स्टोरेज सिस्टम सब्जी कूलर बनाती है। इस मशीन को काम करने के लिए एक दिन में केवल 20 लीटर पानी की आवश्यकता होती है। यह फलों, फूलों और सब्जियों की शेल्फ लाइफ को 4-6 दिनों तक बढ़ा देता है।

50 हजार है कीमत

रूकार्ट के द्वारा बनाई जाने वाली सब्जी कूलर की भंडारण क्षमता 100 किलोग्राम है और इसकी कीमत 50,000 रुपये है। रूकार्ट को पॉवरिंग लाइवलीहुड्स प्रोग्राम द्वारा सलाह दी जाती है, जो काउंसिल ऑन एनर्जी, एनवायरनमेंट एंड वॉटर (CEEW) और विलग्रो इनोवेशन फाउंडेशन द्वारा संयुक्त रूप से चलाया जाता है।

छोटे किसानों तक प्रोडक्ट पहुंचाना लक्ष्य

रूकार्ट ने बताया कि उसका उद्देश्य सीमांत/छोटे किसानों और खुदरा विक्रेताओं के बीच संकट की बिक्री को कम करना है जिसके लिए कंपनी ने देश की सबसे बड़ी बैंक के साथ हाथ मिलाया है ताकि छोटे किसानों को आसानी से और छोटी किस्तों पर लोन मिल सके।

4 सालों में तैनात किए 1 हजार से ज्यादा कूलर

रूकार्ट ने कहा कि पिछले चार वर्षों में उसने असम, मेघालय, नागालैंड, बिहार, झारखंड, ओडिशा, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, कर्नाटक और तेलंगाना सहित देश के 10 राज्यों में 1,000 से अधिक सबजी कूलर तैनात किए हैं। अपनी स्थापना के वर्ष में, रुकार्ट ने महाराष्ट्र में 126 सब्जी कूलर बेचकर लगभग 63 लाख रुपये का कारोबार किया था।

कार्बन फुटप्रिंट कम करने में मदद

महाराष्ट्र के सोलापुर एसबीआई के एजीएम दिनेश कुमार झा ने कहा कि रुकार्ट के साथ किया गया करार कार्बन फुटप्रिंट को कम करेगा और कृषि क्षेत्रों के बीच की खाई को पाटने में भी मदद करेगा।

रूकार्ट के सह-संस्थापक शरयू एस कुलकर्णी ने कहा, टाई-अप किसानों और खुदरा विक्रेताओं को स्वच्छ ऊर्जा-आधारित कोल्ड चेन समाधान अपनाने में मदद करेगा। कुलकर्णी ने कहा, “हमारा सब्जी कूलर उपयोगकर्ता के अनुकूल है। इसे किसी बाहरी शक्ति की आवश्यकता के बिना फार्म गेट्स/खुदरा दुकानों पर स्थापित किया जा सकता है।”

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