काम का तनाव बना सकता है दिल को बीमार

आज के भागदौड़ भरे जीवन में, काम से जुड़ा तनाव (Work Stress) एक आम समस्या बन गई है। लंबे काम के घंटे, डेडलाइन का दबाव, और कॉम्पीटिशन का माहौल हमारे मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करते हैं और साथ ही हमारे शारीरिक स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचा सकते हैं। क्या आप जानते हैं कि काम का तनाव सीधे आपके दिल के स्वास्थ्य पर भी असर डाल सकता है? जी हां, काम से जुड़े तनाव की वजह से दिल को काफी नुकसान (Work-Related Stress Effect On Heart) पहुंच सकता है, जिसकी वजह से दिल की बीमारियां और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है। आइए जानते हैं कैसे तनाव की वजह से दिल को नुकसान (Effects Of Work-Related Stress On Heart) पहुंचता है।

कैसे करता है काम का तनाव दिल को नुकसान?

जब हम तनाव में होते हैं, तो हमारे शरीर में कुछ हार्मोन का स्तर बढ़ जाता है, जैसे कि कोर्टिसोल और एड्रेनालाईन। ये हार्मोन हमारे दिल की गति को बढ़ाते हैं, ब्लड प्रेशर को बढ़ाते हैं, और ब्लड वेसल्स को संकुचित करते हैं। लंबे समय तक इस स्थिति में रहने से दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

ब्लड प्रेशर बढ़ता है- तनाव से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या हो सकती है, जो दिल को ज्यादा मेहनत करने के लिए मजबूर करता है और दिल की बीमारियों का एक मुख्य रिस्क फैक्टर है। इसके कारण ब्लड वेसल्स पर भी काफी दबाव पड़ता है, जिससे वो फट सकती हैं।

कोलेस्ट्रॉल का स्तर- तनाव कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ा सकता है, खासकर खराब कोलेस्ट्रॉल (LDL) को, जो आर्टरीज में प्लेग जमा होने का कारण बनता है और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ाता है।

दिल की धड़कन की अनियमितता- तनाव दिल की धड़कन को अनियमित बना सकता है, जिससे हार्ट एरिथमिया का खतरा बढ़ जाता है।

दिल का दौरा और स्ट्रोक- लंबे समय तक तनाव दिल का दौरा और स्ट्रोक जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ा सकता है।

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