उठाईगिरी से तंग आया था स्टोर मालिक, रोज हो रहा था हजारों का घाटा, फिर अपनाई तकनीक

क्या आने वाले समय में पुलिस वालों की जगह रोबोकॉप ले लेंगे. अगर आपको लगता है कि नहीं तो आपको यह खबर जरूर पढ़नी चाहिए, क्योंकि दुनिया में रोबोकॉप का इस्तेमाल होने लगा है. भले ही उनका उपयोग अभी पुलिस में तैनात पुलिसकर्मियों की तरह नहीं हो रहा हो, लेकिन किसी ना किसी रूप में इनका सुरक्षा में उपयोग बढ़ता जा रहा है. इसकी एक मिसाल एक दुकानदार ने दी है जिसका कहना है कि रोबोकॉप के इस्तेमाल के बाद उसके स्टोर में से चोरी की घटनाएं 90 फीसदी कम हो गई हैं.

यूके के नॉर्थएम्पटन के एलेक्स कपाड़िया का कहना है कि उनके स्टोर में चोरी बहुत हो रही थी,  लेकिन उन्होंने चारों की पहचान करने वाले रोबोकॉप को रखा जिसके बाद से उनके चोरी करने से पहले ही वह उनकी पहचान कर लेता है. उन्होंने बताया कि उनके मॉरिसन्स डेली स्टोर को रोजाना 100 पाउंड यानी कि करीब 10 हजार रुपयों की चपत लग रही थी.

लेकिन अब हालात बदल  गए हैं. कपाड़िया का कहना है कि जबसे उन्होंने एआईकॉप फेसवॉच लगाया है, उसकी मग स्पॉटिंग तकनीक, हर बार जब भी को शॉपलिफ्टर अंदर आता है, चेता देती है. उन्होंने बताया कि चूंकि उनका स्टोर कॉर्पोरेट स्टोर की तरह लगता है कि अपराधियों को लगता होगा कि वहां चोरी करना आसान होगा और कोई कुछ नहीं कर पाएगा. एलेक्स ने बताया कि अचानक ही उनके स्टोर में रोज ही अपराध की ऐसी घटनाएं होने लगी थीं.

फेसवॉच रीटेल विक्रेताओं के जमा  किए गए ज्ञात अपराधियों के डेटाबेस से चेहरों का मिलान करती है. एलेक्स का मानना है कि दुकानो से उठाइगिरी की महामारी को समाप्त करने के लिए इस प्रणाली को देश भर में लागू किया जाना चाहिए. उनका यह भी मानना है कि इससे स्टोर कर्मचारियों पर बढ़ते हमलों से निपटने में भी मदद मिल सकती है.

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