रिसर्चर को अजीब हाल में मिली मकड़ी, खास फफूंद ने उसे बना दिया था जॉम्बी’
मनोरंजन की दुनिया में डरावनी वेब सीरीज बहुत देखी जाती है. इनमें से अधिकांश काल्पनिक होती हैं तो कुछ सच्ची घटनाओं से प्रेरित होत हैं. पर क्या ऐसा हो सकता है कि किसी सीरीज या फिल्म में दिखाया गया कुछ सच होता दिखने लगे? जी हां एक रिसर्चर को ऐसा ही एक जानवर मिला है जिसमें बिलकुल वैसा ही संक्रमण हुआ है जैसा कि एचबीओ की मशहूर टीवी सीरीज द लास्ट ऑफ अस में दिखाया गया था. इस शोधकर्ता का दावा है कि उसने एक ऐसी मकड़ी देखी है जिसे एक ज़ॉम्बी जैसा फंगस जो अपने शिकार को ममी बना देता है,
यह फंगस कॉर्डिसेप्स के समान ही परिवार से संबंधित है. कॉर्डिसेप्स को HBO के द लास्ट ऑफ अस ने मशहूर किया था, और यह ट्रैपडोर मकड़ियों पर दावत देता है. पर्पुरियोसिलियम नामक नया नमूना, बीजाणुओं या स्पोर्स के जरिए जीव को संक्रमित करता है जो शिकार पर उतरते हैं और शरीर में प्रवेश करते हैं.
फंगस ऊतक धीरे-धीरे शरीर पर कब्जा कर लेता है और मकड़ी के सिर से बैंगनी रंग का डंठल निकालता है. यह तब हुआ जब पेरू के अमेजन में काम करने वाले इस क्षेत्र शोधकर्ता को परजीवी से पीड़ित एक मृत टारेंटयुला मिला. हैरानी की बात ये थी कि संक्रमण उसी तरह से खतरनाक था जैसा कि सीरीज में बताया गया है.
वन्यजीव शोधकर्ता क्रिस केटोला ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किए गए वीडियो में बताया, “इसने उसके नर्वस सिस्टम पर कब्जा कर लिया और उसे इस स्थान पर आने के लिए मजबूर किया और फिर जब वह मर गया, तो उसके शरीर से फंगस निकल आया, जिससे बीजाणु दूसरे अनजान टारेंटयुला में फैल गए. यह वास्तव में भयावह है, लेकिन हमारी टीम के लिए आज रात मिली अविश्वसनीय चीज़ है,”
लास्ट ऑफ अस सीरीज में दुनिया एक फंगस का शिकार हो जाती है जिसकी वजह से शिकार एक जॉम्बी बन जाता है और धीरे धीरे पूरी दुनिया ही लगभग खत्म हो जाती है. जो फंगस केटोला ने खोजा है उसने मकड़ी पर लगभग वैसा ही असर डाला है जैसा कि सीरीज में फंगस लोगों पर करता है.
हैरानी की बात तो ये है कि वैज्ञानिकों के लिए फंगस या कवक या फफूंद ऐसी श्रेणी के जीव हैं जिनके बारे में वैज्ञानिकों को बहुत ही कम जानकारी है. कई वैज्ञानिक समय समय पर चेतावनी दे चुके हैं कि फफूंद इंसानों के लिएवायरस से भी खतरनाक और जानलेवा साबित हो सकते हैं.