अफगानिस्तान में तालिबान शासन के बाद से लगातार बेरोजगारी में हो रही वृद्धि

अफगानिस्तान में बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा बन गया है। अफगानिस्तान में तालिबान शासन के बाद से लगातार बेरोजगारी में वृद्धि हो रही है। स्थिति ऐसी हो गई है कि लोग अब पलायन करने पर मजबूर हो रहे हैं। अफगान युवा अब अवैध रूप से देश छोड़ रहा है।

अफगानिस्तान में आर्थिक तंगी

काबुल के युवाओं ने कहा कि हमें अवैध रूप से देश छोड़ने का रास्ता अपनाना चाहिए, क्योंकि अफगानिस्तान में बेरोजगारी बढ़ रही है। युवाओं ने कहा कि मौजूदा स्थिति में जीवन यापन करना बहुत मुश्किल हो गया है और इसलिए उन्हें पड़ोसी या अन्य देशों में जाना पड़ता है।

बेरोजगारी से देश छोड़ रहे युवा

अफगानिस्तान के युवा गरीबी से तंग आ चुके हैं और उन्होंने तालिबान से काम और शिक्षा के क्षेत्र में अवसर प्रदान करने का आह्वान किया है।

लघमन प्रांत के अबूबकर ने अपने नौ सदस्यीय परिवार के साथ अवैध रूप से ईरान जाने का फैसला किया है। अबुबकर ने कहा

मैं काम के लिए ईरान जाना चाहता हूं। मैं 12वीं कक्षा में हूं, लेकिन अब मैं स्कूल छोड़ दूंगा।

अफगानों को नहीं मिल रहा काम

इसी तरह नांगरहार के रहने वाले एमल ने कि यहां कोई काम नहीं है और हमें दूसरे देश जाना है। काबुल निवासी अब्दुल अली ने कहा कि हम सरकार से युवाओं के लिए काम मुहैया कराने और शिक्षा प्रदान करने की अपील करते हैं, ताकि युवाओं को विदेश जाने के लिए मजबूर न होना पड़े।

रोजाना सैकड़ों की तादाद में अवैध रूप से पलायन जारी

इधर, तालिबान के आर्थिक मंत्रालय ने कहा कि उनके पास देश में गरीबी कम करने के लिए बड़ी परियोजनाएं हैं, जो सैकड़ों युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करेंगी। हालांकि, इन सबके बावजूद हर दिन सैकड़ों लोग पड़ोसी देशों में अवैध रूप से पलायन कर रहे हैं।

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