जिस प्लास्टिक को कूड़ा समझ फेंकते थे, अब उसी से बनेंगी सड़कें, जो न पानी से टूटेंगी, न जल्दी होंगी खराब

 कभी सोचा है कि जिस प्लास्टिक को हम बेकार समझकर फेंक देते हैं, वही एक दिन हमारी सड़कों को चमका देगा? प्लास्टिक से सड़क निर्माण. जी हां, ऐसा पश्चिम बंगाल के नदिया में होने जा रहा है . अब नदिया जिला प्रशासन ने प्लास्टिक से सड़क बनाने का निर्णय लिया है. इसी के तहत जिलाधिकारी एस अरुण प्रसाद और नदिया जिला परिषद की सभापति तरन्नुम सुल्ताना मीर समेत कई सरकारी अधिकारियों ने प्लास्टिक कचरे को इकट्ठा कर सड़क निर्माण के लिए उपयोग करने हेतु सामग्री सौंपने का कार्यक्रम पूरा किया. यह कार्यक्रम नदिया के कृष्णनगर रवींद्र भवन क्षेत्र में आयोजित किया गया. इस बारे में जिलाधिकारी ने बताया, “काफी समय से इस तरह की सोच चल रही थी. नदिया जिले के कुछ स्थानों पर काम शुरू हो चुका है, लेकिन अब इस नई पद्धति से काम किया जाएगा.”

सड़क की लागत कम होगी.
अब बात पैसे की भी हो जाए! तो बता दें कि इस तरीके से सड़क बनाने में लागत कम आएगी. मिली जानकारी के अनुसार, कचरे से प्लास्टिक इकट्ठा कर उसे कैसे प्रबंधित किया जाएगा और पुन: उपयोग किया जाएगा, इसी सोच से यह पहल की गई है. कचरे से प्लास्टिक को पुन: उपयोग कर प्लास्टिक कोटेड के रूप में इस्तेमाल करने से सड़क की लागत कम होगी. पिच पर प्लास्टिक की कोटिंग होने से सड़क अधिक पानी सहन कर सकेगी. इससे सड़क की स्थायित्व भी बढ़ेगी.

चमकदार सड़क बनाने की यह पहल बहुत सराहनीय
प्लास्टिक से आधुनिकरण के माध्यम से सुंदर और चमकदार सड़क बनाने की सरकार की यह पहल बहुत सराहनीय है, ऐसा पर्यावरण कार्यकर्ता भी कह रहे हैं. खासकर उन गांवों में जहां अभी भी सड़कें अनउन्नत हैं, वहां यह बहुत जरूरी है. स्वास्थ्य सेवाओं के लिए यह कार्यक्रम बहुत ही प्रशंसनीय है.

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