शख्स ने किया परमाणु शहर मिलने का दावा, गूगल अर्थ से की थी तलाश, लोगों ने भी किए अपने दावे

एलियन्स हैं कि नहीं या दुनिया में उनका कोई गोपनीय ठिकाना है या नहीं, इस पर कई तरह की बातें होती हैं. इस तरह के ठिकानों की तलाश के कई लोग गूगल अर्थ और अन्य एप या वेबसाइट तलाशते रहते हैं.  लेकिन हाल ही में सोशल मीडिया पर एक पो्स्ट वायरल हुई है जिसमें एक शख्स ने दावा किया है कि उसने अक्सर विवादों में रहने वाली जगह पर परमाणु विस्फोट यानी परीक्षण के प्रमाण हासिल किए. इसके बाद कई यूजर्स ने भी अपने-अपने दावे शेयर किए. लेकिन इसका एक और पहलू भी है.

मजेदार बात यह है कि जिस इलाके के बारे में दावा किया गया है. वह गोपनीयता में लिपटा एरिया 51 लंबे समय से साजिशो के सिद्धांतों और अटकलों से जुड़ा हुआ है. एलियंस से लेकर सरकारी कवर-अप तक, अति-सुरक्षित नेवादा रेगिस्तानी स्थान के आसपास के रहस्य ने इंटरनेट जासूसों की एक तबके को जन्म दिया है. यह तबका, वहां क्या चल रहा है, इसकी तह तक जाने के लिए बेताब रहता है.

इस सप्ताह की शुरुआत में रेडिट पर अपलोड किए गए एक वायरल पोस्ट में, एक यूजर ने माना कि उसने एक सफलता हासिल की है और कैप्शन के साथ गूगल अर्थ से “1/4 मील क्रेटर” की एक तस्वीर शेयर की, “मुझे लगता है कि मुझे एरिया 51 के पास एक ‘परमाणु शहर’ मिला है.”

कुछ ही घंटों में  इस पोस्ट ने 29,000 अपवोट और सैकड़ों कमेंट भी हासिल कर लिए. एक ने कमेंट किया, “नेवादा के आसपास गूगल अर्थिंग पर आपको इनकी अंतहीन मात्रा मिलेगी…” एक यूजर ने जो कुछ खोजा था उसकी एक तस्वीर शेयर की और कहा, “(निःशुल्क डेस्कटॉप ऐप) गूगल अर्थ प्रो पर आप पता लगा सकते हैं कि प्रत्येक गड्ढे का कारण कौन सा बम था.” जबकि एक ने कमेंट किया, “यार, वे यूएफओ क्रैश साइट हैं.”

वहीं यूएस एटॉमिक हेरिटेज फाउंडेशन के अनुसार, 1992 तक, अमेरिकी सरकार ने 1,000 से अधिक परमाणु परीक्षण किए थे. लगभग 100 परीक्षण वायुमंडलीय थे, जबकि बाकी भूमिगत थे. अमेरिकी सरकार ने लगातार कहा है कि एरिया 51 केवल सैन्य विमानों और प्रौद्योगिकी के लिए एक परीक्षण और प्रशिक्षण सुविधा है. एरिया 51 तक पहुंच बहुत सीमित है, और परिधि पर सुरक्षा कर्मियों द्वारा कड़ी सुरक्षा की जाती है, साथ ही आसपास के हवाई क्षेत्र को भी प्रतिबंधित किया जाता है.

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