बिहार की जनता नहीं चलने देगी ऐसे बाबा का एजेंडा..

अपने आगमन के साथ ही धीरेंद्र शास्त्री फिर से विवादों में घिर गए हैं। उन्हें कथा के पहले दिन हिंदू राष्ट्र को लेकर बयान दिया। इसने बिहार में बड़े विवाद को जन्म दे दिया है।

पटना के नौबतपुर में हनुमंत कथा के दौरान  ने कहा कि एक दिन एक साधु ने मुझसे कहा कि आप हिंदू राष्ट्र की बात कहते हैं, ये संभव कैसे है ? मैंने जवाब दिया कि भारत पहले से ही हिंदू राष्ट्र है और बहुत जल्द इसकी घोषणा भी हो जाएगी।

अब, उनके इस बयान से बिहार की राजनीति में उबाल आ गया है। बिहार में अलग-अलग पार्टियों के नेता धीरेंद्र शास्त्री के हिंदू राष्ट्र के बयान की निंदा कर रहे हैं।

बिहार की जनता नहीं चलने देगी ऐसे बाबा का एजेंडा

राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मृत्युंजय तिवारी ने कहा कि धीरेंद्र शास्त्री के पटना आने को लेकर हमने आशंका जताई थी कि वह धर्म के आधार पर समाज में भेदभाव की बात करेंगे और हमारी आशंका सही साबित हुई है। वे भाजपा और आरएसएस के राजनीतिक एजेंडे को चलाने के लिए पटना आए हैं।

राजद नेता ने कहा कि मैं बागेश्वर बाबा को बताना चाहता हूं कि बिहार महात्मा बुद्ध की जन्मस्थली और महात्मा गांधी की कर्मस्थली रही है। बिहार की जनता खुद को भगवान के दूत बताने वाले ऐसे लोगों का एजेंडा नहीं चलने देगी।

उन्होंने आगे कहा कि किसी भी राजनीतिक मुद्दे पर बात करने से पहले धीरेंद्र शास्त्री को कर्नाटक चुनाव का परिणाम देख लेना चाहिए। कर्नाटक चुनाव में बजरंग बली का नाम लेने पर भगवान भाजपा पर गुस्सा हो गए।

मृत्युंजय तिवारी ने आगे कहा कि भारत संविधान और कानून से चलने वाला देश है। क्या हिंदू राष्ट्र को बनाने के लिए वे संविधान को ही बदल देंगे।

संविधान पर चलता है देश-जदयू 

इधर, जदयू के प्रवक्ता अभिषेक झा ने भी धीरेंद्र शास्त्री के बयान पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि ये देश बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर द्वारा बनाए गए एक संविधान के आधार पर चल रहा है, जहां हर व्यक्ति को समान अधिकार हैं। चाहे उनका धर्म कोई भी हो।

उन्होंने कहा कि धर्म आस्था का विषय है। यह न तो हिंदू राष्ट्र है और न ही इस्लामिक राष्ट्र। हम गंगा-जमुनी तहजीब और सर्व धर्म संभव में विश्वास रखते हैं।

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