जिस्म पर जख्म…आंखों में डर: ईराक और मस्कट से लौटी पंजाब की दो बेटियां
जिस्म पर जख्म…आंखों में डर… और लड़खड़ाती जुबां… बयां कर रही थी कि अरब देशों में पंजाब की बेटियों से जानवरों जैसा व्यवहार होता है। मानव तस्करी में शामिल ट्रैवल एजेंट वहां पर एशियाई देशों की लड़कियों को निशाना बनाते हैं। पंजाब में गरीब परिवार की बेटियां इनके निशाने पर रहती हैं। ऐसे सनसनीखेज खुलासे सुल्तानपुर लोधी के निर्मल कुटिया पहुंची दो बेटियों ने किए हैं, जोकि हाल ही में अरब देशों में फंसी सात लड़कियों के साथ वतन वापस लौटी हैं।
राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल के अथक प्रयास की बदौलत दोबारा जिंदगी पाने वाली इन सात बेटियों में से दो बेटियों ने निर्मल कुटिया सुल्तानपुर पहुंचकर ऐसे सनसनीखेज खुलासे किए हैं कि मानवता शर्मसार हो गई। इन दोनों बेटियों ने खुलासा कि मानव तस्करी में जुटे पंजाब के ट्रैवल एजेंटों ने लड़कियों को बेचने का सिलसिला नहीं रोका, बल्कि अपना रूट बदलकर दिल्ली की बजाय मुंबई का रास्ता अपना लिया है।
ईराक-मस्कट से लौटी दोनों बेटियां रविवार को सुल्तानपुर लोधी के निर्मल कुटिया में राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल से मिली तो इन बेटियों पर हुई यातनाओं की दर्दनाक दास्तां सुनने के बाद उन्होंने मोगा और बरनाला जिलों के पुलिस प्रमुखों को पीड़ित लड़कियों की शिकायतों को प्राथमिकता के आधार पर सुनने के निर्देश दिए। संत सीचेवाल ने कहा कि जब तक बदमाश ट्रैवल एजेंटों के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की जाती, तब तक अरब देशों में मानव तस्करी का अवैध कारोबार बंद नहीं हो सकता।
एजेंट चला रहा रैकेट
ओमान से लौटी मोगा जिले में रहने वाली पीड़ित युवती ने बताया कि इमरान नाम का एजेंट लड़कियों को बहला-फुसलाकर वहां लाता है। उन्हें काम पर भेजने की बजाय वहां पर काफी प्रताड़ित किया जाता है। युवती ने बताया कि एजेंट ने उसके साथ मारपीट की और जबरन दो और लड़कियों को बुलाने के लिए कह रहा था। एजेंट वहां पर एक बड़ा रैकेट चला रहा है और वहां पर बुलाई जाने वाली हर लड़की के साथ ऐसा ही व्यवहार किया जाता है। इसी तरह उसे और उसके गांव की एक अन्य लड़की को उसके गांव की ही एक लड़की ने ब्यूटी पार्लर में काम करने के बहाने बुलाया था। वह खुद भी वहां पर फंस गई थी।
बेटी के इलाज के लिए कमाने गई थी ईराक
ईराक से लौटी मोगा की एक महिला ने दिल दहला देने वाले खुलासे किए। युवती ने बताया कि वहां पर उसका शारीरिक शोषण किया गया। वह अपनी बेटी के इलाज के लिए वहां गई थी जोकि एक गंभीर बीमारी से पीड़ित थी। लेकिन उसे वहां पर बेच दिया गया और एक कार्यालय में बंधक बनाकर रखा गया। जहां पर उसे काफी यातनाएं दी गईं। अगर संत सीचेवाल ने उसकी मदद न की होती तो वह वापस लौटने की उम्मीद ही छोड़ देती। राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने विदेश मंत्रालय और भारतीय दूतावास का धन्यवाद किया, जिनके सहयोग से ये लड़कियां इस नारकीय जीवन से सुरक्षित घर लौट पाईं। उन्होंने पंजाब की बेटियों से अरब देशों में जाने से परहेज करने को कहा।
हर समय रही है इज्जत दांव पर
दोनों पीड़ितों ने अपील की है कि लड़कियों को अरब देशों में नहीं जाना चाहिए। वहां एजेंट विजिटर वीजा पर लड़कियों को बुलाते हैं और उन्हें वहां एक तरह से बेच देते हैं। उन्हें वापस लौटाने के बदले में मोटी रकम मांगते हैं या फिर भारत से और लड़कियां बुलाने के लिए मजबूर करते हैं। उन्होंने कहा कि वहां लड़कियों को गलत कामों में फंसाने की भी कई कोशिशें की जाती हैं। वहां लड़कियों के साथ मारपीट के साथ-साथ उनकी इज्जत हमेशा खतरे में रहती है।