‘उल्लुओं’ का कैफे, जहां 8 घंटे काम करते हैं उल्लू, मौजूद है 9 पक्षियों की टीम
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दुनिया में अलग-अलग जगहें हैं और उनकी अपनी अलग-अलग खासियत. कुछ जगहें तो ऐसी भी हैं जो अपने अजीबोगरीब डेस्टिनेशंस की वजह से मशहूर हैं. इस वक्त एक ऐसा ही कैफे चर्चा में है, जहां लोगों का स्वागत करने के लिए इंसान नहीं बल्कि उल्लू मौजूद होते हैं. आप ये नज़ारा देखेंगे, तो हैरान रह जाएंगे क्योंकि रिसेप्शन पर उल्लुओं की कतार नज़र आ ही है.
इस कैफे का एक वीडियो इस वक्त वायरल हो रहा है. यहां पर उल्लुओं पर काम पर लगे देखकर कुछ लोगों को तो ये दिलचस्प लग रहा है लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि ये क्रूरता है. आप भी सोच रहे होंगे कि आखिर उल्लू करते क्या होंगे? तो देखिए ये वीडियो, जिसमें आपको ये अनोखा कैफे दिखाई देगा.
अबू धाबी में पहला ‘उल्लुओं का कैफे’
ये कैफे हर दिन दोपहर में 2 बजे खुलता है. इसकी वजह ये है कि उल्लुओं को पूरी रात और सुबह तक आराम करने का मौका मिल सके. जब कैफे बंद हो जाता है तो उन्हें आज़ादी से घूमने के लिए छोड़ दिया जाता है. कैफे का नाम बूमाह कैफे है. ये कैफे जापान की आउल कैफे से प्रेरित होकर बनाया गया है. इंस्टाग्राम पर कंटेंट क्रिएटर लिटिल फूडी ने कैफे का एक वीडियो शेयर किया गया था. वीडियो में कई उल्लू अपने नाम और टैग के साथ दिखाई दे रहे हैं.
पैसे देकर बिता सकते हैं समय
कैफे के ओनर मोहम्मद अल शेही हैं उन्होंने बताया कि उल्लुओं के कमरे को शीशे से बांटा गया है. यहां आने वाले लोग उन्हें दूर से देख सकते हैं लेकिन अगर वो उनके पास जाना चाहते हैं और उनके बात करना चाहते हैं, तो इसके लिए AED 70 यानि लगभग डेढ़ हज़ार रुपये देने होंगे. इस वीडियो को लोग खूब पसंद कर रहे हैं लेकिन उन्हें उल्लुओं की आज़ादी की भी चिंता है. ओनर के मुताबिक कैफे के ज्यादातर उल्लू ऐसे हैं, जो दिव्यांग हैं और जंगल में नहीं रह सकते, ऐसे में यहां उनकी देखभाल की जाती है.