प्रेग्नेंसी में एंटीबायोट‍िक्‍स की ओवरडोज से पाचन तंत्र और इम्‍यून‍िटी पर गहरा प्रभाव पड़ता, जान‍िए इसके नुकसान-    

एंटीबायोट‍िक्‍स वह दवाएं हैं ज‍िसका इस्‍तेमाल बैक्‍टीर‍िया के कारण होने वाले इन्‍फेक्‍शन और बीमार‍ियों के इलाज में क‍िया जाता है। एंटीबायोट‍िक्‍स शरीर में जाकर या तो बैक्‍टीर‍िया को पूरी तरह से खत्‍म कर देते हैं या उसे बढ़ने से रोकते हैं। खांसी, त्‍वचा इन्‍फेक्‍शन, दांतों में इन्‍फेक्‍शन, साइनस इन्‍फेक्‍शन और मूत्रमार्ग के इन्‍फेक्‍शन आद‍ि के ल‍िए एंटीबायोट‍िक्‍स का सेवन क‍िया जाता है। एंटीबायोट‍िक्‍स का सेवन करने से शरीर की ऐसी ही कई बीमार‍ियों को दूर क‍िया जाता है। लेक‍िन एंटीबायोट‍िक्‍स की ओवरडोज सेहत के ल‍िए हान‍िकारक होती है, वह भी खासकर प्रेग्नेंसी में। प्रेग्नेंसी में मह‍िलाएं यूटीआई, स्‍क‍िन इन्‍फेक्‍शन, गले में संक्रमण या अन्‍य क‍िसी समस्‍या को दूर करने के ल‍िए एंटीबायोट‍िक्‍स खा लेती हैं। लेक‍िन ज्‍यादा मात्रा में एंटीबायोट‍िक्‍स खाना गर्भवती मह‍िलाओं की सेहत को नुकसान पहुंचाता है। आगे इस लेख में जानेंगे प्रेग्नेंसी में ज्‍यादा एंटीबायोट‍िक्‍स लेने के नुकसान। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के झलकारीबाई अस्‍पताल की गाइनोकॉलोज‍िस्‍ट डॉ दीपा शर्मा से बात की। 

क्‍या प्रेग्नेंसी में एंटीबायोट‍िक्‍स लेना सुरक्षि‍त है?-

प्रेग्नेंसी एक नाजुक दौर माना जाता है। इस दौरान गर्भवती महि‍ला और गर्भस्‍थ श‍िशु को कई तरह की शारीर‍िक समस्‍याओं से गुजरना पड़ता है। इन जट‍िलताओं को ठीक करने के ल‍िए कई बार एंटीबायोट‍िक्‍स की जरूरत पड़ती है। कुछ इन्‍फेक्‍शन ऐसे होते हैं ज‍िसका इलाज करने के ल‍िए डॉक्‍टर खुद एंटीबायोट‍िक्‍स का कोर्स पूरा करने के ल‍िए कहते हैं। लेक‍िन इस बात से इंकार नहीं क‍िया जा सकता क‍ि प्रेग्नेंसी में एंटीबायोट‍िक्‍स की ओवरडोज हान‍िकारक होती है। डॉक्‍टर की सलाह के बगैर दवा या एंटीबायोट‍िक्‍स का सेवन करना नुकसानदायक है इसल‍िए ऐसा करने से मह‍िलाओं को बचना चाह‍िए। डॉ दीपा शर्मा ने बताया क‍ि एंटीबायोट‍िक्‍स का प्रयोग वायरल संक्रमण के दौरान नहीं करना चाह‍िए। इसके अलावा मह‍िलाओं को प्रेग्नेंसी में ओवर-द-काउंटर एंटीबायोट‍िक्‍स का सेवन करने से भी बचना चाह‍िए। 

प्रेग्नेंसी में ज्‍यादा एंटीबायोट‍िक्‍स खाने के नुकसान-

1. एंटीबायोट‍िक्‍स दवाओं का ज्‍यादा सेवन करने से शरीर में मौजूद बैड बैक्‍टीर‍िया के साथ-साथ गुड बैक्‍टीर‍िया भी खत्‍म हो जाते हैं। ये गुड बैक्‍टीर‍िया शरीर को फंगल इन्‍फेक्‍शन से बचाते हैं। एंटीबायोट‍िक्‍स का ज्‍यादा सेवन करने से फंगल इन्‍फेक्‍शन की समस्‍या हो सकती है। 

2. एंटीबायोट‍ि‍क्‍स का ज्‍यादा सेवन करने से इम्‍यून‍िटी कमजोर हो जाती है ज‍िससे आप बीमार‍ियों की चपेट में आसानी से आ सकती हैं।

3. एंटीबायोट‍िक्‍स का ज्‍यादा सेवन करने से गैस्‍ट्रोइंटेस्‍टाइनल यानी आंतों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। 

4. ज‍िन मह‍िलाओं को डाइजेस्‍ट‍िव साइड इफेक्‍ट्स होते हैं उन्‍हें एंटीबायोट‍िक्‍स का ज्‍यादा सेवन करने से दस्‍त, पेट दर्द, उल्‍टी जैसी समस्‍याएं हो सकती हैं।

5. एंटीबायोट‍िक्‍स का ज्‍यादा सेवन करने से भूख में कमी और कब्‍ज की समस्‍या हो सकती है। कुछ स्‍टडीज में ऐसा बताया गया है क‍ि एंटीबायोट‍िक्‍स का ज्‍यादा सेवन करने से श‍िशु के शरीर में पोषक तत्‍वों की कमी भी हो सकती है। 

देखा आपने एंटीबायोट‍िक्‍स की ओवरडोज प्रेग्नेंसी में क‍ितनी हान‍िकारक होती है। अगर आपके आस-पास कोई गर्भवती मह‍िला है, तो उसे यह जानकारी जरूर बताएं। उम्‍मीद करते हैं आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। इस लेख को शेयर करना न भूलें। 

Back to top button