कौड़ियों के दाम खरीदा पुराना सोफा, अंदर छुपा मिला ‘खजाना’, रातों-रात चमकी किस्मत

हमारे आस-पास कई ऐसे लोग मिल जाते हैं, जिन्हें देखकर लगता है कि उन लोगों ने क्या गजब की किस्मत पाई है. इनमें से कुछ लोग खानदानी रईस होते हैं, तो कुछ लोगों की किस्मत लॉटरी लगने से चमक जाती है. वहीं, कुछ लोग किसी सामान को फूटी कौड़ी के भाव खरीद लाते हैं, लेकिन असल में उसकी कीमत बहुत ज्यादा होती है. सोशल मीडिया पर एक ऐसी ही सच्ची घटना तेजी से वायरल हो रही है. दरअसल, अमेरिका के न्यूयॉर्क के पाल्ट्ज (Paltz) में स्थित स्टेट यूनिवर्सिटी (State University) में पढ़ने वाले तीन स्टूडेंट्स ने एक पुराना सोफा खरीदा, लेकिन जैसे ही उसे घर लेकर आए, उनकी किस्मत रातों-रात चमक गई. तीनों दोस्तों ने सोशल मीडिया पर जब यह कहानी सुनाई तो देखते ही देखते यह पोस्ट वायरल हो गया. एक पुराने और बदबूदार सोफे के अंदर छुपा हुआ खजाना मिल गया. लेकिन आगे क्या हुआ? जानिए…

बताया जाता है कि रीसे वर्कहॉवेन (Reese Werkhoven), कॉली गुआस्ती (Cally Guasti) और लारा रुस्सो (Lara Russo) स्टेट यूनिवर्सिटी के तीन अलग-अलग कॉलेजों में पढ़ते थे, लेकिन इन तीनों ने एक साथ मिलकर एक फ्लैट को किराए पर लिया. इस फ्लैट के लिए इन लोगों सेकंड हैंड सामान भी खरीदना शुरू किया. तमाम चीजों को लेने के बाद इन लोगों ने एक पुराना सोफा खरीदा, जिससे काफी बदबू भी आती थी. लेकिन यह सोफा उन्हें 13 सौ रुपए में ही मिल गया. ऐसे में तीनों दोस्त उसे लेकर अपने फ्लैट पर आ गए. लेकिन क्या पता था कि उनकी लाइफ एक पुराने सोफे की वजह से बदल जाएगी और वो देखते ही देखते सोशल मीडिया पर वायरल हो जाएंगे. दरअसल, सोफा को फ्लैट पर लाने के बाद तीनों दोस्तों ने उसे सेट कर दिया. वे सोफे पर बैठकर बात कर रहे थे कि तभी उन्हें किनारे कुछ महसूस हुआ. आखिर वो क्या चीज है? यह जानने के लिए तीनों ने गद्दा हटाने का फैसला किया.

तीनों दोस्तों ने जैसे ही गद्दा हटाया, उनकी आंखें फटी की फटी रह गईं. गद्दे के नीचे एक पुराना लिफाफा पड़ा था, जिसके अंदर 41 हजार डॉलर यानी कि 34 लाख 41 हजार से ज्यादा रुपए छुपे हुए थे. लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ. तीनों ने जैसे-जैसे सोफा के गद्दे हटाए, उनकी हैरानी बढ़ती ही गई. इस बारे में बात करते हुए रीसे वर्कहॉवेन ने कहा, ‘मैं तो एक पल के लिए डर ही गया था.’ लेकिन बाद में सोफे से पैसे निकालने के बाद हम पूरी रात खुशी से चिल्ला रहे थे. “हमने सब कुछ बिस्तर पर रखा और गिनने लगे. सुबह हमारे पड़ोसी सोच रहे थे, ‘क्या आप लॉटरी जीत गए?’” बाद में हमें पता चला कि ये पैसे 91 साल की एक विधवा महिला के थे, जिसमें उसने पिछले 30 सालों से बचत के पैसे छुपाए. अनजाने में उसके परिवार वालों ने हमें बेच दिया.

लॉरा रूसो ने बताया कि इसके बाद हम तीनों दोस्तों ने आपस में चर्चा की और सभी ने सहमति व्यक्त की कि हमें यह पैसा उस व्यक्ति को लौटाना है, जिसका इस पर अधिकार है. यह उनका पैसा है, हमने इसे कमाया नहीं है. लेकिन इन पैसों का असली मालिक कौन? कॉली गुआस्ती ने बताया कि जब हमने सोफे को ढंग से देखना शुरू किया, तो हमें एक स्लिप मिला, जिस पर विधवा महिला का नाम और नंबर लिखा था. जैसे ही हमने उसे फोन लगाया और सोफे के बारे में बात की, तब उन्होंने कहा, ‘मेरे सोफे में बहुत सारा पैसा है और मुझे इसकी जरूरत है.’ छात्रों ने तय कर लिया कि बुजुर्ग महिला को उसका पैसा लौटाना है. ऐसे में वे लोग हडसन वैली में उसके घर गए और पैसा लौटा दिया. जब उन्होंने पैसे लौटाए, तो वह महिला भावुक हो गई और रोने लगी.

सोशल मीडिया पर यह कहानी तेजी से वायरल हो रही है, जब हमने जांचा तो पाया कि यह साल 2014 का मामला है. लेकिन सोशल मीडिया पर लोग इनके ईमानदारी की जमकर तारीफ कर रहे हैं. कुछ लोगों का कहना है कि आज के दौर में भला ऐसा कौन करता है. लेकिन इन तीनों छात्रों ने बुजुर्ग महिला को पैसे लौटाकर उसकी मदद जरूर की. बता दें कि उस दौरान इन तीनों कॉलेज स्टूडेंट्स को उनकी ईमानदारी के लिए पुरस्कार के रूप में 1,000 डॉलर का इनाम मिला यानी आज के हिसाब से 80 हजार से ज्यादा रुपए. गुआस्ती ने बताया कि ये पैसा हमारा नहीं था. अगर हम में से किसी ने इसका इस्तेमाल किया होता, तो यह सच में गलत लगता.

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