ऋषिक की साइबर पाठशाला और अयान के गीत ने राष्ट्रीय पुरस्कार से जम्मू-कश्मीर को कराया गर्व महसूस

अयान सज्जाद और ऋषिक ने कश्मीरी संगीत और साइबर सुरक्षा में अपने योगदान के लिए राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्राप्त किया।

कश्मीर के अनंतनाग और जम्मू के सांबा जिले में रहने वाले अयान और ऋषिक केंद्र शासित प्रदेश का सिर गर्व से ऊंचा कर दिया। एक ने कश्मीरी गीत गाकर तो दूसरे ने साइबर सुरक्षा को लेकर लोगों को प्रशिक्षित व जागरूक करते सबको अपना मुरीद बना लिया। छोटी सी उम्र में बड़े काम कर दिखाया दोनों ने। राष्ट्रपति से पुरस्कार प्राप्त करने के बाद उन्होंने कहा कि यह महज सम्मान नहीं बल्कि हमारी जिम्मेदारी और बढ़ गई है।

‘बे दर्द दादि चायने’ गाकर सुर्खियों में आए
कश्मीर के 12 वर्षीय गायक अयान सज्जाद राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से सम्मान पाकर गदगद हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठित प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्राप्त करना एक सपना सच होने जैसा है।

दक्षिण कश्मीर के सूफी गायक अयान को कश्मीरी संगीत में उनके भावपूर्ण योगदान के लिए यह सम्मान मिला है। अयान ने कहा कि जब उन्हें पुरस्कार मिलने की सूचना मिली तो वह काफी उत्साहित हुए। यह एक तरह की अवास्तविक भावना थी, लेकिन जब वास्तव में पुरस्कार मिला तो यह सपना सच होने जैसा लगा।

अपने माता-पिता के साथ पुरस्कार लेने दिल्ली पहुंचे अयान ने कहा कि यह सम्मान एक बहुत बड़ी जिम्मेदारी की तरह लगता है। अनंतनाग के निवासी अयान ने कश्मीरी गीत ‘’बे दर्द दादि चायने’’ के अपने भावपूर्ण गायन से महारत हासिल की। यह गीत मूल रूप से कश्मीरी कवि शमास फकीर द्वारा लिखा गया है।

हालांकि अयान ने जीवन में बहुत कम समय में ही छोटे-छोटे प्रदर्शनों और स्टेज शो के साथ गायन शुरू कर दिया था। उन्होंने इस गीत के साथ अपने पेशेवर सफर की शुरुआत की। 10वीं कक्षा के छात्र अयान ने कहा, चार साल पहले मैंने ‘बे दर्द’ गीत के साथ पेशेवर रूप से गायन शुरू किया। अपनी यात्रा के दौरान वह कश्मीर के स्वतंत्र कलाकारों से प्रेरित हुए। बाल गायक ने गायन को अपना जुनून बताया और कहा कि वह चाहे जो भी पेशा चुनें, संगीत मेरे साथ रहेगा।

कंपनी, एप बनाई, 5000 से अधिक लोगों को किया प्रशिक्षित
जिले के समेलपुर निवासी ऋषिक ने बताया कि उन्होंने जिले के राया में सरकारी हायर सेकेंडरी स्कूल से 12वीं कक्षा पास की है। वर्तमान में वह केंद्रीय विश्वविद्यालय में आईटी की पढ़ाई कर रहे हैं। ऋषिक के पिता जल शक्ति विभाग से सेवानिवृत्त हैं। ऋषिक ने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी से जम्मू-कश्मीर की पहली साइबर सुरक्षा कंपनी हैकर्स पाठशाला की स्थापना की। उन्होंने 100 पुलिसकर्मियों को शेर-ए कश्मीर पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण भी दिया है। 5000 बच्चों को भी प्रशिक्षित किया। ऋषिक की तरफ से विकसित एप को प्रधानमंत्री ने भी सराहा है।

ऋषिक को बहुत बधाई
पीएमओ में केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने राष्ट्रीय पुरस्कार के लिए ऋषिक को बधाई दी। उन्होंने एक्स पर लिखा कि जम्मू के युवा ने सरकारी नौकरी की मानसिकता से आगे बढ़कर नया कीर्तिमान रच रहे हैं। आधुनिक तकनीक के माध्यम से स्टार्टअप उद्यमिता को अपना रहे हैं।

मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल ने दी शुभकामनाएं
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और नेकां प्रमुख डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने अयान को हार्दिक बधाई दी। मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला और डॉ. फारूक अब्दुल्ला ने अयान की उपलब्धि की सराहना करते हुए इसे जम्मू-कश्मीर के लिए गर्व की बात बताया।उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी अयान सज्जाद को पुरस्कार के लिए बधाई दी। सिन्हा ने एक्स पर लिखा, माननीय राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार प्राप्त करने पर मास्टर अयान को बधाई।

Back to top button