30 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ रही मेट्रो अपनी सामान्य गति से दौड़ने लगी..
दिल्ली मानसून व यमुना में बाढ़ के दौरान मेट्रो सबसे विश्वसनीय सार्वजनिक परिवहन का माध्यम बनकर उभरी है। यही वजह है कि इस माह मेट्रो में यात्रियों की संख्या बढ़ गई। इससे कोरोना के बाद तीन वर्ष में पहली बार मेट्रो में सफर करन वाले यात्रियों की यात्राएं (पैसेंजर जर्नी) 60 लाख से अधिक पहुंच गई। तीन दिन से लगातार 60 लाख से अधिक यात्राएं यात्री कर रहे हैं।
यमुना में उफान के चलते बीते दो दिन से 30 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से दौड़ रही मेट्रो शनिवार सुबह से अपनी सामान्य गति से दौड़ने लगी है। यह जानकारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (डीएमआरसी) ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से दी।
डीएमआरसी ने ट्वीट किया, यमुना नदी पर बने ब्रिज को क्रॉस करते वक्त मेट्रो की स्पीड पर जो प्रतिबंध लगाया गया था वह अब हटा लिया गया है। अब सभी ट्रेनें सामान्य गति से दौड़ रही हैं।
तीन दिन में 60 लाख यात्रियों ने किया मेट्रो से सफर
दिल्ली मानसून व यमुना में बाढ़ के दौरान मेट्रो सबसे विश्वसनीय सार्वजनिक परिवहन का माध्यम बनकर उभरी है। यही वजह है कि इस माह मेट्रो में यात्रियों की संख्या बढ़ गई। इससे कोरोना के बाद तीन वर्ष में पहली बार मेट्रो में सफर करन वाले यात्रियों की यात्राएं (पैसेंजर जर्नी) 60 लाख से अधिक पहुंच गई।
यमुना में उफान के बाद तीन दिन से लगातार 60 लाख से अधिक यात्राएं यात्री कर रहे हैं। वहीं यमुना को नजदीक बने रेड के शास्त्री पार्क, येलो के खैबर पास, ब्लू के यमुना बैंक और मजेंटा लाइन के कालिंदी कुंज डिपो की ट्रेनें मेट्रो ट्रैक के स्टेब्लिंग लाइन पर खड़ी की जा रही हैं। ताकि डिपो में पानी भरने की सूरत में मेट्रो का परिचालन प्रभावित न होने पाए।
क्या है पैसेंजर जर्नी
मेट्रो बदलकर दूसरे मेट्रो में सफर करने पर एक ही यात्री की गिनती दो बार की जाती है। इसी तरह यदि किसी यात्री ने दो बार मेट्रो बदली और तीन मेट्रो में सफर किया तो उसकी गिनती तीन बार होती है।
इस माह अब तक कार्य दिवसों के दिन मेट्रो में पैसेंजर जर्नी
- तीन जुलाई- 62,74,598
- चार जुलाई- 58,14,055
- पांच जुलाई- 58,06,476
- छह जुलाई- 58,10,601
- सात जुलाई- 61,63,784
- 10 जुलाई- 58,23,809
- 11 जुलाई- 62,00,681
- 12 जुलाई- 61,32,431
- 13 जुलाई- 61,33,673