घर के बाहर काम कर रहा था शख्स, तभी छप्पर फाड़कर गिरा ‘खजाना’, रातों-रात चमकी किस्मत

कहा जाता है कि जब किस्मत साथ देती है, तो छप्पर फाड़कर कमाई होती है. किसी का बिजनेस चल पड़ता है, तो किसी के हाथ खजाना लग जाता है. ऐसा ही कुछ हुआ इंडोनेशिया के रहने वाले एक शख्स के साथ. जोसुआ हुतागालुंग (Joshua Hutagalung) नाम का यह शख्स अपने घर में काम कर रहा था. उसे क्या पता था कि उसकी किस्मत बदलने वाली है. एक दिन घर में काम करने के दौरान अचानक तेज आवाज आई, जब वो दौड़े-दौड़े कमरे में पहुंचे तो देखा कि एक बड़ा सा पत्थर गिरा हुआ है. उस पत्थर को देखकर जोशुआ हैरान रह गए. दरअसल, वो कोई सामान्य पत्थर नहीं, बल्कि एक उल्कापिंड का टुकड़ा था. उन्हें कुछ पता ही नहीं चला, लेकिन किस्मत तब चमकी जब उस पत्थर की वजह से जोशुआ करोड़पति बन गए. उस पत्थर को उन्होंने £1.4 मिलियन (14 करोड़ रुपये से ज्यादा) में बेच दिया.

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही पोस्ट के मुताबिक, यह मामला इंडोनेशिया में नॉर्थ सुमात्रा के कोलांग (Kolang) इलाके का है. कोलांग के रहने वाले वाले जोशुआ को आकाशीय पत्थर अपने घर में मिला था, जो गिरने के बाद जमीन 15 सेंटीमीटर अंदर तक धंस गया था. बाद में, जोसुआ ने इसे उठा लिया और बेचकर झटपट करोड़पति बन गए. अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर इस पत्थर में ऐसा क्या था, जो इतना महंगा बिका. आपको बता दें कि जोसुआ के घर में गिरा उल्कापिंड कई मायनों में अनोखा और अति दुर्लभ था, जिसका वजन 2.1 किलोग्राम था. जानकार बताते हैं कि यह 4.5 अरब साल पुराना था. अंतरिक्ष-आधारित इकाई (space-based entity) ने इसे अत्यंत दुर्लभ CM1/2 कार्बोनेसियस कोंड्राइट (CM1/2 carbonaceous Chondrite) माना. इस मटेरियल से 85 फीसदी उल्काओं का निर्माण होता है. यह CM1/2 एक दुर्लभ मिश्रण है.

इंटरनेशनल मीडिया में जैसे ही यह खबर आई, वैसे ही दुनियाभर से लोग इसके बारे में जानना चाहते थे. सोशल मीडिया पर इससे जुड़ा पोस्ट वायरल हो रहा था. जब हमने पोस्ट की सच्चाई चेक की, तो पाया कि यह मामला 2020 के आसपास का है. वैसे आपके जेहन में यह भी सवाल उठ रहा होगा कि इस उल्कापिंड को किसने खरीदा होगा. ऐसे में आपको बता दें कि यूनाइटेड स्टेट ऑफ अमेरिका के एक शख्स ने इस दुर्लभ चट्टान को खरीदा है, जिसका नाम जेरेड कोलिन्स (Jared Collins) है. जेरेड अपने किसी परिचित के साथ मिलकर उल्कापिंड खरीदने के लिए इंडोनिशया पहुंचे थे. उन्होंने पेशे से ताबूत निर्माता (coffin maker) जोशुआ हुतागालुंग से उस आकाशीय पत्थर को भारी भरकम रकम चुका कर खरीद लिया. जोशुआ को इस बात का जरा सा भी अंदाजा नहीं था कि जिस पत्थर से उनका घर टूटा, उसी पत्थर की वजह से उनकी किस्मत चमक जाएगी.

जोसुआ हुतागालुंग ने बताया कि जिस दिन उनके घर में यह उल्कापिंड गिरा था, उस दिन वह घर के बाहर बरामदे में काम कर रहे थे. अचानक तेज आवाज आई, तो जमीन में धंसा यह पत्थर दिखा. इसे बेचने के बाद मिले रकम के बारे में बातचीत करते हुए जोशुआ ने कहा कि मैं खुद को बहुत ही बड़ा सौभाग्यशाली मानता हूं, जो मुझे दुर्लभ खजाना मिला. ताबूत बनाने से ज्यादा कमाई नहीं हो पाती थी. लेकिन अब जोशुआ की जिंदगी ट्रैक पर आ गई. जोशुआ का कहना है कि वह इनमें से कुछ पैसों का अपनी कम्युनिटी के लिए एक चर्च बनवाएगा. साथ ही उसने बताया कि वह एक बच्ची का पिता भी बनना चाहता है. इन पैसों से वह अपने सपनों को साकार करना चाहता है. बता दें कि इससे बड़ा उल्कापिंड चीन में मिला था, जिसे 16 करोड़ रुपए में बेचा गया था.

Back to top button