उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने कश्मीर में तीर्थाटन पर्यटन को फिर से विकसित किए जाने पर जोर दिया..

उन्होंने कहा कि कश्मीर में हजरतबल दरगाह समेत कई इस्लामिक धर्मस्थल हैं,जिनमें दुनियाभर के मुस्लिम आस्था रखते हैं।

इनके अलावा सूफी संतों की दरगाहों पर मुस्लिमों के अलावा हिंद और सिख श्रद्धालु भी आते हैं। वह आज यहां हजरतबल दरगाह में ईद उल जुहा के मुबारक मौके पर नमाज ए ईद की तैयारियों का जायजा लेने के बाद वहां मौजूद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

दरगाह में हाजिरी देते हुए सभी के लिए सुख समृद्धि की कामना भी की

हजरतबल दरगाह में पैगंबर हजरत मुहम्मद का मुए मुक्कदस संरक्षित है। उन्होंने दरगाह में हाजिरी देते हुए सभी के लिए सुख समृद्धि की कामना भी की। वक्फ बोर्ड की अध्यक्ष द्रख्शां अंद्राबी संग हजरतबल दरगाह में नमाज-ए-ईद की तैयारियों का जायजा लेने के बाद उन्होंने कहा कि ईद उल जुहा का त्यौहार शांति और सद्भाव का पर्व है। ईद के दौरान श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की दिक्कत न हो, इसके लिए सभी प्रबंध किए जा रहे हैं।

आज यहां प्रदेश प्रशासन के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं जो ईद के लिए यहां किए जाने वाले प्रबंधों को देख रहे हैं। उन्होंने कश्मीर में शांति,विकास और सौहार्द का वातावरण बनाए रखने के लिए सभी से सहयोग का आग्रह करते हुए कहा कि पैगंबर हजतर मुहम्मद ने कहा कि है कि जब तक आपका दिल साफ नहीं होगा, आपकी नीयत अच्छी नहीं होगी, आपका शरीर कभी साफ नहीं हो सकता।

दूसरों के लिए होना चाहिए सहार्द व करुणा का भाव- मनोज सिन्‍हा

इसलिए अपनी नीयत और दिल साफ रखिए, इसमें दूसरों के लिए सहार्द व करुणा का भाव होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यहां कई लोग इस्लाम और मजहब की बड़ी बड़ी बातें करते हैं,लेकिन इस्लाम की मूल भावना के मुताबिक व्यवहार नहीं करते बल्कि दूसरों को भड़काने और अशांति फैलाने का काम करते हैं। उपराज्यपाल ने श्री अमरनाथ की वार्षिक तीर्थयात्रा का जिक्र करते हुए कहा कि देश विदेश से लाखों श्रद्धालु श्री अमरेश्वर धाम की यात्रा आ रहे है।

यह श्रद्धालु हजरतबल, चरार ए शरीफ और इन जैसी कश्मीर में स्थित कई अन्य दरगाहों पर भी माथा टेकने आएंगे। उन्होंने कहा कि कश्मीर की दरगाहों और जियारतों मे अंसख्य लोगों की आस्था है और हमें कश्मीर में सूफी जियारतों और दरगाहों को तीर्थ पर्यटन की दृष्टि से भी विकसित करना चाहिए।

तैयार कर उसे अमल में लाएंगे

इसके लिए हम एक व्यावहारिक कार्ययोजना तैयार कर उसे अमल में लाएंगे। उन्होंने कहा कि इस विषय में मैं सभी की राय का स्वागत करता हूं, आम जनता इस विषय पर अपनी राय दे सकती है, वक्फ बोर्ड अपना पक्ष रख सकता है।

इससे पूर्व उपराज्यपाल ने उलेमाओं और मौलवियों के एक दल से भी मुलाकात की और उनके साथ विभिन्न मुददों पर चर्चा की। उनके मुददों का संज्ञान लेते हुए उनके समाधान का यकीन दिलाया। उन्होंने हजरतबल दरगाह में हाजिरी दी।

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