इस दिन लगेगा साल का अंतिम सूर्य ग्रहण, जानें
सनातन धर्म में अमावस्या के दिन पूजा, जप-तप और दान आदि करने का विधान है। साथ ही गंगा स्नान भी किया जाता है। धार्मिक मान्यता है कि इन शुभ कार्यों को करने से जातक के अनजाने में किए हुए सारे पाप कट जाते हैं। इसके पश्चात विधिपूर्वक से भगवान विष्णु और पितरों की पूजा-अर्चना की जाती है। ऐसा करने से जातक को अमोघ फल की प्राप्ति होती है। आश्विन माह की अमावस्या को सर्वपितृ अमावस्या के नाम से जाना जाता है। इस दिन वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण लगेगा। माना जाता है कि सूर्य ग्रहण के दौरान कुछ कार्यों को करने से जातक को जीवन में कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आइए जानते हैं सूर्य ग्रहण (Surya Grahan 2024 Upay) के दौरान क्या करें और क्या न करें?
कब लगेगा सूर्य ग्रहण?
पंचांग के अनुसार, आश्विन माह की अमावस्या यानी 02 अक्टूबर को वर्ष का अंतिम सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse 2024) लगने वाला है। यह ग्रहण भारत में नहीं दिखेगा। इसी वजह से इसका सूतक काल मान्य नहीं होगा।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें
सूर्य ग्रहण के समय सूर्य देव के मंत्रों का जप करें। साथ ही महामृत्युंजय मंत्र का जप करना जातक के लिए फलदायी साबित होता है।
सूर्य ग्रहण के समाप्त होने के बाद स्नान करें। पूरे घर में गंगाजल का छिड़काव कर शुद्ध करें।
पूजा-अर्चना करने के बाद श्रद्धा अनुसार गरीब लोगों में दान करें।
पक्षी-पक्षियों को भोजन खिलाएं।
सूर्य ग्रहण के दौरान क्या न करें
सूर्य ग्रहण के समय भोजन न बनाएं। ऐसा करने से राहु के प्रभाव की वजह से भोजन दूषित हो जाता है।
इसके अलावा किसी भी चीज का सेवन नहीं करना चाहिए।
सूर्य ग्रहण के दौरान के मंदिर के कपाट को बंद रखें।
देवी-देवताओं की प्रतिमा को स्पर्श न करें।
पूजा करने की भी सख्त मनाही है।
ग्रहण के समय किसी भी व्यक्ति को गलत न बोलें।
गर्भवती महिलाओं को घर से बाहर नहीं जाना चाहिए।