कुंभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं शुक्र देव, जानें कैसा प्रभाव पड़ेगा इन राशियों पर….

ज्योतिष शास्त्र में राशि परिवर्तन को बहुत ही महत्वपूर्ण माना गया है। बता दें कि प्रत्येक राशि एक अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते हैं। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार आज यानी 22 जनवरी 2023, रविवार के दिन दोपहर 02:23 पर शुक्र ग्रह मकर राशि से निकलकर कुंभ राशि में प्रवेश कर चुके हैं। कुंभ राशि में शनि पहले से ही उपस्थित है, ऐसे में कुंभ राशि में शुक्र और शनि का संयोग बन रहा है। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार इस ग्रह गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर सकारात्मक व नकारात्मक रूप से पड़ेगा। आइए जानते हैं कि शुक्र ग्रह गोचर से प्रत्येक 12 राशियों पर कैसा प्रभाव पड़ेगा?

शुक्र गोचर 2023  प्रभाव

मेष राशि: नौकरी पेशा जातकों को इस अवधि में उन्नति प्राप्त होगी। साथ ही आर्थिक क्षेत्र में भी लाभ मिलेगा। गोचर काल में नया व्यवसाय भी शुरू कर सकते हैं। मेष राशि के लिए यह ग्रह गोचर लाभदायक साबित होगा।

वृषभ राशि: वृषभ राशि के जातकों को इस अवधि में व्यापार और कारोबार में सफलता मिल सकती है। साथ ही शनि और शुक्र की युति से परिवार के साथ समय अच्छा बीतेगा। नए काम में भी सफलता प्राप्त होगी। सलाह दी जाती है कि इस अवधि में सेहत के प्रति सावधान रहें और व्यायाम एवं योग की मदद लेते रहें।

मिथुन राशि: शुक्र ग्रह गोचर से मिथुन राशि के जातकों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। जो छात्र उच्च शिक्षा का के लिए विदेश जाने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हें इस अवधि में सफलता प्राप्त हो सकती है। साथ ही आप माता-पिता के साथ किसी धार्मिक यात्रा पर जा सकते हैं। इस दौरान शुक्र और शनि का राजयोग भी जातकों के लिए उत्तम साबित होगा।

कर्क राशि: कर्क राशि के लिए शुक्र गोचर सामान्य रहने वाला है। इस अवधि में परिवार के किसी सदस्य की सेहत के प्रति चिंता उत्पन्न हो सकती है, इसलिए उनकी सेहत का ध्यान रखें। साथ ही आपको आलस्य व अनिद्रा की समस्या भी हो सकती है। संभावना इस बात की भी है कि परिवार के भीतर तनाव की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।

सिंह राशि: सिंह राशि के लिए शुक्र ग्रह गोचर अच्छा रहने वाला है। इस अवधि में नए कार्य मिल सकते हैं, जिसके कारण जातकों को लाभ मिलेगा। जो लोग शादी के लिए योग्य साथी ढूंढ रहे हैं, उन्हें भी इस दौरान कुछ प्रस्ताव मिल सकते हैं। सलाह दी जाती है कि नौकरी पेशा जातक काम में जल्दबाजी करने से बचें।

कन्या राशि: कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र गोचर मिलाजुला रहने वाला है। इस अवधि में जातक जितनी अधिक मेहनत करेंगे, उन्हें उतनी ही अधिक सफलता प्राप्त होगी। आलस्य काम बिगाड़ सकती है। नया व्यापार नया काम शुरू करने के लिए यह समय उत्तम है। पिता के स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहें और चिकित्सक की सलाह अवश्य लें।

तुला राशि: तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र गोचर फलदाई साबित होगा। इस अवधि में साथी और परिवार के साथ अच्छा समय व्यतीत करेंगे। साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में भी छात्रों को अच्छे परिणाम मिल सकते हैं। शुक्र और शनि की युति से नए लोगों से मुलाकात होगी। धन वृद्धि के भी योग बन रहे हैं ।

वृश्चिक राशि: शुक्र ग्रह गोचर के कारण वृश्चिक राशि को इस अवधि में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। शुक्र गोचर के कारण स्थान परिवर्तन के योग बन रहे हैं। सेहत के मामले में भी सतर्क रहें और सलाह दी जाती है कि वाहन को संभाल कर चलाएं। इस अवधि में वृश्चिक राशि के जातक चल-अचल संपत्ति खरीदने की योजना बना सकते हैं।

धनु राशि: शुक्र गोचर से धनु राशि पर मिलाजुला प्रभाव पड़ेगा इस अवधि में उन्हें कार्यक्षेत्र में लाभ मिलेगा। किंतु गोचर काल में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस अवधि में पारिवारिक स्थिति सुखमय रहेगी। लेकिन कार्यक्षेत्र में सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इस दौरान परिवार का पूर्ण सहयोग मिलेगा।

मकर राशि: मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र गोचर सफलताओं से भरा रहेगा। इस अवधि में आकस्मिक धन लाभ भी हो सकता है। व्यापार के क्षेत्र से जुड़े जातकों को भी इस दौरान अच्छा मुनाफा होगा। यह समय नए कार्य को शुरू करने के लिए भी उत्तम माना जा रहा है, जिससे जातक को सफलता और लाभ दोनों प्राप्त होंगे।

कुंभ राशि: कुंभ राशि के जातकों के लिए यह ग्रह गोचर बहुत ही शुभ माना जा रहा है। इस अवधि में जातकों को भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा। साथ ही किसी कार्य में आ रही रुकावटें भी दूर हो जाएंगी। जिन जातकों के विवाह में समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं, उनकी समस्याएं भी दूर हो जाएगी। साथ ही इस दौरान धन कमाने का भी पूरा अवसर मिलेगा।

मीन राशि: मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र गोचर शुभ साबित होने वाला है। इस दौरान धन प्राप्ति के योग बन रहे हैं। साथ ही इस ग्रह गोचर से मान-सम्मान में वृद्धि होगी। सलाह दी जाती है की मीन राशि के जातक स्वास्थ्य के प्रति सतर्क रहें। गोचर अवधि के दौरान योजनाबद्ध रूप से ही कार्य करें और आर्थिक क्षेत्र में सोच-समझकर फैसले लें।

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