जम्मू शहर की जीवनरेखा कही जाने वाली तवी नदी में खनन करने पर उच्च न्यायालय ने पूरी तरह से रोक लगाई..

जम्मू पुलिस-प्रशासन की लाख कोशिशों के बाद भी जम्मू जिले के विभिन्न नदी-नालों से अवैध खनन नहीं रुक रहा है। जम्मू शहर की जीवनरेखा कही जाने वाली तवी नदी में खनन करने पर उच्च न्यायालय ने पूरी तरह से रोक लगाई हुई है। इसके बावजूद मोटी कमाई के चक्कर में खनन माफिया ने नदी से रेत व बजरी निकालना नहीं बंद किया है। अब जम्मू पुलिस ने तवी नदी से होने वाले अवैध खनन को रोकने के लिए विभिन्न इलाकों में नदी के किनारे चौकियां बनाई हैं।

ऐसे में खनन माफिया ने खड्डों एवं नालों से नए रास्ते तैयार कर वहां से अवैध खनन करने में लगा हुआ है। लोगों की तरफ से इस मामले को लेकर कई बार प्रदर्शन भी किया गया, लेकिन अब तक इसे नहीं रोका जा सका है। लोगों का आरोप है कि खनन माफिया की पुलिस-प्रशासन और खनन विभाग के अधिकारियों से मिलीभगत है, इसीलिए वे इसे रोकने के लिए सख्ती नहीं बरतते हैं।

बिना नंबर के ट्रैक्टर का होता है इस्तेमाल

खनन माफिया बिना नंबर के टिप्पर और ट्रैक्टर ट्रालियां इस्तेमाल करता है, ताकि उसे नहीं पकड़ा जा सके। उसने विभिन्न इलाकों में अपना नेटवर्क खड़ा कर लिया है, जो उसे पुलिस की गतिविधियों की सूचना भी देते हैं। यदि किसी नाले से अवैध खनन रोकने के लिए पुलिस दबिश देती है तो ऐसे लोग खनन माफिया को पहले ही सूचित कर देते हैं।

तवी के अलावा इन इलाकों में भी खनन माफिया सक्रिय

खनन माफिया की तरफ से तवी के अलावा जम्मू जिले के विभिन्न इलाकों में बरसाती नालों से भी अवैध रूप से खनन सामग्री निकाली जाती है। खासकर सीमावर्ती इलाकों के इलाकों में खनन माफिया बहुत सक्रिय है। अखनूर, खौड़ के अलावा सांबा जिले में बसंतर और पुरमंडल में देविका नदी में भी बड़ी मात्रा में रेत-बजरी निकाली जाती है। रात में नदी-नालों से खनन सामग्री निकालकर जम्मू की तरफ जाते खनन माफिया के वाहनों को कहीं पर नहीं रोका जाता है। ऐसे में पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल खड़े होते हैं।

रात होते ही सक्रिय हो जाता है खनन माफिया

नदी-नालों से अवैध रूप से खनन सामग्री निकालने का सिलसिला अक्सर रात के अंधेरे में होता है। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख उच्च न्यायालय ने जियोलाजी एंड माइनिंग विभाग को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि तवी नदी में होने वाले खनन को पूरी तरह से रोका जाए। इसके लिए खनन विभाग, जम्मू पुलिस और प्रशासन का सहयोग लें, लेकिन प्रतिबंध के बावजूद खनन हो रहा है। फलायं मंडाल, बेलीचराना, भगवती नगर चौथा पुल, सिद्धड़ा, मजालता, आरएसपुरा, अरनियां, मीरां साहिब आदि इलाकों में तवी नदी में रात में खनन सामग्री निकाली जाती है।

एसएसपी जम्मू चंदन कोहली ने बताया कि तवी नदी से खनन रोकने में जम्मू पुलिस खनन विभाग को पूरा सहयोग देती है। जहां अवैध खनन की आशंका होती है, वहां विशेष चौकियां बनाई हैं। जम्मू पुलिस ने वर्ष 2021 में अवैध खनन के मामले में 895 वाहन जब्त किए गए। इसमें एसपी हेड क्वार्टर की देखरेख में काम करने वाली टीम ने 57, एसपी रूरल 583, एसपी सिटी नार्थ 30 और एसपी सिटी साउथ की टीम ने 225 वाहन जब्त किए। इसी तरह वर्ष 2022 में 1,299 और वर्ष 2023 में मार्च माह तक 522 वाहन जब्त किए हैं।

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