फर्श पर खिलौने से खेल रही थी बेटी, पिता ने जाकर देखा तो उड़ गए होश!

माता-पिता के लिए बच्चे बहुत बड़ी जिम्मेदारी होते हैं. हमें लगता है कि वो खुद से पल जाएंगे, या फिर उन्हें ज्यादा रोकना-टोकना नहीं चाहिए…पर ये गलत ख्याल है. बच्चे मिट्टी की तरह होते हैं, आप उन्हें जिस तरह से आकार देंगे, वो उस आकार में ढल जाएंगे. ऐसे में ये माता-पिता की जिम्मेदारी है कि उन पर नजर रखें, उनके खेल को देखें, वो टीवी पर क्या देखते हैं उसके बारे में जानकारी रखें, क्योंकि वो क्या सीख जाएं और उसे सच मान लें कोई नहीं जानता. हाल ही में एक पिता को तब हैरानी हुई, जब उसने अपनी छोटी बच्ची (Girl playing with toy father shocked) को खेलते हुए देखा. वो उसके खेल को देखकर इतना हैरान हो गया कि फौरन उससे घबराते हुए पूछ बैठा कि आखिर उसने ये खेल कहां से सीखा!

ट्विटर अकाउंट @FadeHubb पर हाल ही में एक वीडियो पोस्ट किया गया है जिसमें एक छोटी बच्ची (Father daughter viral video) नजर आ रही है. बच्ची अपने घर की फर्श पर बैठकर अपने खिलौने से खेल रही है. पहले तो आपको ये साधारण सा दृश्य लगेगा, पर जब उसका पिता उसके पास जाकर उसके खेल को देखता है, तो काफी हैरान होता है और घबरा जाता है. चलिए आपको बताते हैं कि वो लड़की आखिर क्या कर रही है.

बच्ची ने खिलौने को पट्टी से लपेटा
लड़की के पास एक सॉफ्ट टॉय (कपड़े से बने गुड्डा-गुड़िया) है. उसे लेकर वो जमीन पर बैठी है. उसने उस खिलौने को नीले रिबन से बांधा है. उसने उसके हाथ-पैर बांधे हैं, और साथ ही उसकी आंख पर भी पट्टी बांध दी है. उसे देखकर ऐसा लग रहा है कि वो उस खिलौने से किसी पीड़ित या कैदी की तरह पेश आ रही है. उसका पिता इस बात से हैरान हो जाता है क्योंकि बच्चों के लिए किसी किसी को प्रताड़ित करना, या उन्हें इस तरह से कैद में रखना कोई साधारण खेल नहीं है. ये उनके अंदर हिंसा की भावना को पैदा करता है. पिता उससे पूछता है कि उसने ये कहां से सीखा. पिता उसके बताता है कि ये डरावना है और गलत है. बच्ची कंफ्यूज नजर आ रही है, उसे शायद समझ ही नहीं आ रहा है कि वो क्या गलत कर रही है.

वीडियो हो रहा है वायरल
इस वीडियो को 36 लाख व्यूज मिल चुके हैं जबकि कई लोगों ने कमेंट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है. एक यूजर ने कहा कि निश्चित तौर पर उस लड़की ने ये खेल कहीं देखा होगा और वहीं से उसने इसे सीखा है. एक ने पिता की तारीफ की, जिसे ऐसा खेल गलत लगा और उसने बच्ची को टोका. हालांकि, कई लोगों ने कहा कि बचपन में बच्चे ऊटपटांग खेल खेलते रहते हैं, ऐसे में उसे गलत नहीं समझना चाहिए.

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