नम आंखों के बीच हुआ श्रेया का अंतिम संस्कार, पिता ने दी मुखाग्नि
नई दिल्ली के राजेंद्र नगर स्थित राव कोचिंस सेंटर के बेसमेंट में पानी भर गया था। इस दौरान तीन छात्रों की मौत हो गई थी, जिसमें अंबेडकरनगर की श्रेया भी थी। छात्रा श्रेया यादव के पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार सोमवार सुबह टांडा तहसील के महादेवा घाट पर किया गया। इससे पहले सोमवार सुबह छात्रा के गांव अकबरपुर तहसील के हासिमपुर बरसावां में बड़ी तादाद में लोग जुटे।
लोगों ने छात्रा के साथ हुए हादसे पर सभी ने दुख जताया। इसके बाद लोग यहां से अंतिम संस्कार के लिए टांडा निकले। वहां सरयू नदी के तट पर स्थित महादेवा घाट पर एसडीएम सदर सौरभ शुक्ल की मौजूदगी में पिता राजेंद्र यादव ने मुखाग्नि दी। वहां मौजूद लोगों की आंख इस दौरान नम रही। हर कोई श्रेया के साथ अचानक हुए हादसे की चर्चा करता दिखा।
अकबरपुर तहसील क्षेत्र के हाशिमपुर बरसावां की रहने वाली श्रेया यादव ने सामान्य परिवार से होते हुए भी आईएएस बनने का सपना देखा था। वह इसे पूरे करने के लिए तेजी से आगे बढ़ रही थी। इसके लिए उसने नई दिल्ली के पुराने राजेंद्रनगर स्थित राव कोचिंग सेंटर में दाखिला ले रखा था। प्रतिदिन की तरह वह 27 जुलाई को भी कोचिंग गई थी। वहां बेसमेंट में वह भी अन्य छात्र-छात्राओं के साथ मौजूद थी, जहां बारिश का पानी आने के बाद दो छात्राओं व एक छात्र की जान चली गई। दुर्भाग्य से उनमें श्रेया भी शामिल थी। हाईस्कूल व इंटरमीडिएट प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण करने वाली श्रेया ने सुल्तानपुर के केएनआई से बीएससी व एमएससी की डिग्री हासिल की थी।
श्रेया तीन भाई बहनों में दूसरे नंबर पर थी। बड़े भाई अभिषेक ने केंद्रीय विश्वविद्यालय हरियाणा से मास कम्युनिकेशन में मास्टर डिग्री हासिल कर रखी है, वह इन दिनों घर पर ही हैं। तीसरा व छोटा भाई अवनीश स्थानीय शिवजी कुशलावती इंटर कॉलेज पलई कल्याणपुर में कक्षा सात का छात्र है। बड़े भाई अभिषेक ने रुंधे गले से कहा कि इसी वर्ष के अंत में हम तीनों भाई बहन फिर से एक साथ रहकर पढ़ाई करने वाले थे। मेरी बहन दिल्ली के माहौल व वहां की कोचिंग से संतुष्ट नहीं थी।