एक लाख से ज्यादा उद्यम पंजीकरण वाली सिटी बना कानपुर, प्रदेश में चौथा स्थान…

सूक्ष्म-लघु और मध्यम एमएसएमई के साथ ही कानपुर में सेवा क्षेत्र भी आगे बढ़ रहा है। उद्यम पंजीकरण के मामले में शहर ने नया मुकाम हासिल किया है। उद्यम पंजीकरण पहली बार एक लाख से ज्यादा हो गया है। प्रदेश में केवल पांच शहर ही ऐसे हैं जहां उद्यम पंजीकरण एक लाख से ज्यादा है। कानपुर का चौथा स्थान है। पहले स्थान पर लखनऊ, दूसरे पर गाजियाबाद, तीसरे पर नोएडा गौतमबुद्धनगर है। पांचवें स्थान पर आगरा है। उद्यम पंजीकरण के आंकड़ों के मुताबिक, शहर में 10 जून 2024 तक 1,04,655 पंजीकरण हो चुके हैं।

इसमें उत्पादन के 33518 और सेवा क्षेत्र के 71355 पंजीकरण हैं। इस वित्तीय वर्ष में एक अप्रैल से 10 जून के बीच ही शहर में 6527 पंजीकरण हुए। इसमें उत्पादन के 1558, सेवा क्षेत्र के 1675 और ट्रेडिंग के 3294 पंजीकरण हुए। उत्पादन में सबसे ज्यादा फूड प्रोडक्ट की 354, चमड़ा उत्पादों की 350 रेडीमेड की 227, हार्डवेयर की 240 इकाइयां खुली हैं। सेवा क्षेत्र में ब्यूटी पार्लर की 158, साइबर कैफे 59, कैटरिंग की 60, जिम की 20 इकाइयों का पंजीकरण हुआ।

2015-16 में शहर में 32703 कुल पंजीकरण हुए थे। पहले राज्य सरकार की ओर से पंजीकरण कराया जाता था। अब केंद्रीयकृत व्यवस्था के तहत उद्यम पंजीकरण कराया जाता है। एमएसएमई विकास कार्यालय के संयुक्त निदेशक वीके वर्मा और सहायक निदेशक एसके अग्निहोत्री ने बताया कि केंद्र और प्रदेश सरकार उद्योग, सेवा और ट्रेडिंग को बढ़ावा दे रही है। पंजीकरण बढ़ना शहर के औद्योगिक विकास के लिए अच्छा संकेत है।

शहर में इस तरह बढ़ता जा रहा उद्यम पंजीकरण
शहर में एक जुलाई 2020 से 31 मार्च 2024 तक 98138 पंजीकरण थे। अब इनकी संख्या 104655 है। एक अप्रैल 2024 से 10 जून तक 6527 पंजीकरण हुए। इसमें सूक्ष्म के 6449, लघु के 77 और मध्यम इकाई का एक पंजीकरण हुआ।

उप्र के टॉप 10 उद्यम पंजीकरण वाले शहर
लखनऊ – 145306
गाजियाबाद – 128415
नोएडा गौतमबुद्धनगर – 114188
कानपुर – 1,04,655
आगरा – 101920
वाराणसी – 89348
मेरठ – 85039
प्रयागराज – 72329
बरेली – 63703
अलीगढ़ – 61142

शहर में उत्पादन, सेवा और ट्रेडिंग तीनों क्षेत्र में लोग अपना कारोबार, व्यापार कर रहे हैं। शहर में कुल 1,04,655 उद्यम पंजीकरण हो गया है। सरकार एमएसएमई को प्रोत्साहित कर रही है। 11 लाख से ज्यादा लोगों को रोजगार मिल रहा है। -सुधीर कुमार श्रीवास्तव, उपायुक्त उद्योग, जिला

उद्योग प्रोत्साहन तथा उद्यमिता विकास केंद्र
कानपुर समेत पूरे प्रदेश में औद्योगिक माहौल बढ़ रहा है। बिजली, आधारभूत सुविधा बढ़ रही है। चर्म निर्यात परिषद विश्व के कई देशों के साथ संयुक्त उप्रक्रम के लिए प्रयास कर रही है। इससे चमड़ा उद्योग का और विकास होगा। -राजेंद्र कुमार जालान, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष, चर्म निर्यात परिषद
यह एक सकारात्मक रुख है। लोग अब जागरूक हो रहे हैं और सरकारी योजनाओं का लाभ लेने के लिए भी उद्यम पंजीकरण करा रहे हैं। जिसका भी असर है। केंद्र और प्रदेश सरकार उद्योगों को तेजी से बढ़ावा दे रही हैं। -मनोज बंका, अध्यक्ष, पीआईए

इसलिए बढ़ रहा पंजीकरण
प्रदेश सरकार ने मुख्यमंत्री सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्योग बीमा योजना शुरू की है। एक जिला एक उत्पाद योजना में चमड़ा, होजरी और रेडीमेड उद्योग को शामिल किया गया है। इसमें कम ब्याज पर उद्योगों को लोन उपलब्ध कराया जा रहा है। पीएमईजीपी, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना के तहत लोन, सब्सिडी दी जा रही है। प्रदेश सरकार नई एमएसएमई नीति लाई है। इसमें उद्योगों को प्रोत्साहन दिया जा रहा है।

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