तमिलनाडु के जंगल में भीषण आग, 9 की मौत 36 फंसे

तमिलनाडु के कुरंगनी हिल्स के जंगल में अचानक भीषण आग लगने से वहां ट्रैकिंग करने गए 36 लोग फंस गए। इनमें से अधिकांश महिलाएं हैं। बचाव अभियान के तहत देर रात तक 27 लोगों को बचाया जा चुका है। हालांकि, नौ लोगों की मौत हो गई है।

मृतकों में चार महिलाएं, चार पुरुष और एक बच्चा शामिल है। बचाए गए 10 लोगों को मामूल चोटें आईं हैं, जबकि 8 लोग गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। रविवार की दोपहर को जंगल में आग लगने की आपदा के बाद मदद के लिए मुख्यमंत्री के. पलानीस्वामी ने रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण से संपर्क साधा। रक्षा मंत्री सीतारमण ने थेनी जिले के कलेक्टर से संपर्क कर पैदल मार्ग से तत्काल 15 लोगों को सुरक्षित बाहर निकलवा लिया था।

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वायुसेना ने संभाला मोर्चा, गरुण कमांडो तैनात

इस बचाव अभियान में अग्निशमन और वन विभाग के अफसर भारतीय वायुसेना के भेजे चार हेलीकॉप्टरों की मदद से जुटे हुए हैं। एक हेलीकॉप्टर को स्टैंड-बाय मोड में रखा गया है। इस दावानल में फंसे लोगों को बचाने के लिए 16 गरुण कमांडोज को भी तैनात किया गया है।

रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने एक के बाद एक कई ट्वीट करके बताया कि कोयंबटूर के पास सुलुर बेस से भारतीय वायुसेना के दो सारंग हेलीकॉप्टरों को बचाव कार्य के लिए भेजा दिया गया था। उन्होंने कई ट्वीट करके बताया कि तमिलनाडु के सीएम की अपील के बाद उन्होंने वायु सेना को राहत व बचाव कार्य के लिए निर्देश दिए।

साथ ही थेनी के कलेक्टर से भी संपर्क साधा। शाम करीब सात बजे उन्होंने थेनी के जिला कलेक्टर को बताया कि 15 लोगों को पैदल मार्ग से पहाड़ी से सुरक्षित निकाल लिया गया।

मेडिकल टीम भी मौकै पर पहुंची

घटनास्थल पर एक मेडिकल टीम भी भेजी गई। घायल लोगों को बोदिनायकनूर के सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बताया जा रहा है कि पीड़ित लोग पुरुषों, महिलाओं और तीन बच्चों के दो समूहों के हैं, जो माउंटेन क्लाइंबिंग और ट्रैकिंग के प्रशिक्षण के लिए एक शिविर में आए थे। बाकी लोगों को बचाने के लिए डीएसपी वी.बासकरन और राजस्व व वन अधिकारियों ने कई कदम उठाए हैं।

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