कानपुर में बनेगा उत्तर भारत का पहला स्पीच एंड हियरिंग संस्थान!
कानपुर शहर को बुधवार के दिन दो बड़ी सौगातें मिलीं। जीटी रोड स्थित गणेश शंकर विद्यार्थी सुपर स्पेशियलिटी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट का लोकार्पण और अखिल भारतीय वाक एवं श्रवण संस्थान (स्पीच एंड हियरिंग इंस्टीट्यूट) का शिलान्यास केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने वर्चुअल तरीके से किया। इसके लिए जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज सभागार में कार्यक्रम हुआ।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कानपुर में स्पीच एंड हियरिंग संस्थान की आधारशिला रखी जा रही है। ये उत्तर भारत का पहला संस्थान बनेगा जहां पर नए डॉक्टरों को ट्रेनिंग देने के साथ प्रतिवर्ष 15 हजार मरीजों का इलाज होगा। इसके भवन निर्माण में 180 करोड़ खर्च होंगे। सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की कुल लागत 200 करोड़ रुपए है, जो शहर के अलावा आसपास के 16 से 18 जिलों की लगभग दो करोड़ आबादी को सुविधा देगा।
अस्पताल में 240 बेड, न्यूरोलॉजी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, एंडॉक्रिनलॉजी, यूरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, पेन मेडिसिन, एमआर एवं रेडियोलॉजी विभाग स्थापित हैं। अस्थि सर्जरी, बाल और गैस्ट्रो सर्जरी विभाग को अपग्रेड किया गया है। इसके साथ ही 30 बेड का अत्याधुनिक आईसीयू, आठ मॉड्यूलर ओटी, अत्याधुनिक मशीनें भी उपलब्ध है। अभी तक लोगों को उपचार के लिए दिल्ली, मुंबई जाना पड़ता था पर अब शहर में ही सुविधाएं मिलेंगी।
सुरार गांव में 25 एकड़ जमीन में निर्मित होगा संस्थान
उन्होंने कहा कि वाक एवं श्रवण संस्थान कल्याणपुर ब्लॉक के पनकी और भाऊपुर के बीच सुरार गांव में 25 एकड़ जमीन में निर्मित किया जाएगा। कार्यक्रम में वर्चुअल तरीके से शामिल स्वास्थ्य व परिवार कल्याण राज्यमंत्री प्रो. एसपी सिंह बघेल, स्वास्थ्य व परिवहन कल्याण एवं जनजाति कार्य राज्यमंत्री डॉ. भारती प्रवीण पवार व राज्यमंत्री चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण प्रदेश सरकार मयंकेश्वर शरण सिंह ने अस्पताल के संचालन से स्वास्थ्य सुविधाएं सुगम एवं बेहतर होने की उम्मीद जताई। अंत में प्राचार्य डॉ. संजय काला ने सभी को धन्यवाद दिया।
हर जनपद में 50 और 100 बेड का होगा आयुष्मान ब्लॉक
स्वास्थ्य राज्यमंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह ने कहा कि सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में भारत सरकार के 120 करोड़ रुपए और राज्य सरकार के 80 करोड़ रुपए लगे हैं। आयुष्मान भारत के तहत सभी जनपदों में 50 और 100 बेड के ब्लॉक बनाए जा रहे हैं। उसमें तेजी से कार्य हो रहा है, हर जनपद में जमीन देख ली गई है। यूपी भारत का पहला ऐसा प्रदेश होगा जो निशुल्क स्वास्थ्य सुविधाएं देगा।
केंद्रीय मंत्री ने गिनाईं उपलब्धियां
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि वर्ष 2014 तक देश में सिर्फ छह एम्स थे। आज 23 पर काम चल रहा है। देश में 380 मेडिकल कॉलेज और यूजी की 52 हजार एमबीबीएस सीटें होती थीं। आज मेडिकल कॉलेज 710 और लगभग एक लाख नौ हजार एमबीबीएस की सीटें हो गई हैं। पीजी की 32 हजार सीटें थीं जो अब 72 हजार हो गई हैं।
ये सब राम राज्य के स्वर्णिम युग की शुरूआत
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यूपी में उत्तम प्रदेश बना है। दो दिन पहले अयोध्या धाम में प्रभु श्रीराम भव्य मंदिर में पधारे हैं। 500 वर्ष का जो कठिन संघर्ष था आज उतना ही भव्य मंदिर बना है। जितना कठिन संघर्ष परिश्रम पीएम मोदी ने भव्य मंदिर के लिए किया, वैसा ही संघर्ष और परिश्रम स्वास्थ्य सेवा को विकसित करने के लिए वे कर रहे हैं।