08 अप्रैल को लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण

सनातन धर्म में सूर्य एवं चंद्र ग्रहण का विशेष महत्व है। विश्व के कई अन्य देशों में भी ग्रहण को महत्वपूर्ण माना जाता है। माया सभ्यता में सूर्य ग्रहण को बेहद कष्टकारक माना जाता था। ज्योतिषियों की मानें तो राहु द्वारा सूर्य या चंद्र के ग्रास से ग्रहण लगता है। अतः ग्रहण के दौरान पृथ्वी पर राहु का प्रभाव बढ़ जाता है। इसके लिए ग्रहण के समय में शुभ कार्य करने की मनाही होती है और न ही खाने-पीने की सलाह दी जाती है। हालांकि, बच्चे, वृद्धजन एवं बीमार व्यक्ति ग्रहण के समय फल और जल ग्रहण कर सकते हैं। इस साल 08 अप्रैल को पहला सूर्य ग्रहण लगने वाला है। आइए, ग्रहण का सही समय और सूतक काल के बारे में जानते हैं-

ग्रहण का सही समय
सूर्य ग्रहण 08 अप्रैल को संध्याकाल (रात) 09 बजकर 12 मिनट पर शुरू होगा और देर रात (09 अप्रैल) 02 बजकर 22 मिनट पर समाप्त होगा। वहीं, पूर्ण सूर्य ग्रहण लगभग 07 मिनट का रहने वाला है।

कहां-कहां दिखेगा सूर्य ग्रहण ?
यह ग्रहण अमेरिका, मेक्सिको और कनाडा समेत यूरोप के कई देशों में दिखाई देगा। अमेरिका समेत ग्रहण प्रभावित अन्य देशों में सुबह 09 बजे से सूतक लगेगा। भारत में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा। अतः सूतक भी लागू नहीं होगा। इसके अलावा, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और अफ्रीका के देशों में भी सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा।

सूतक
ज्योतिषियों की मानें तो सूर्य ग्रहण के दौरान सूतक चार प्रहर पूर्व लगता है। आसान शब्दों में कहें तो सूर्य ग्रहण से 12 घंटे पूर्व सूतक लगता है। ऐसा तब होता है, जब ग्रहण दिखाई देता है। ग्रहण न दिखने पर सूतक मान्य नहीं होता है। वहीं, चंद्र ग्रहण के दौरान 09 घंटे का सूतक होता है। सूतक नहीं लगने के बावजूद भी ग्रहण के समय कोई मांगलिक कार्य न करें। साथ ही ग्रहण के समय खानपान और तामसिक प्रवृति से दूर रहें। इस समय जगत के पालनहार भगवान विष्णु के नामों का सुमिरन करें।

Back to top button