
शहर के डिगियाना इलाके में एक खाली प्लाट में बनी प्रवासी श्रमिकों सात में से दो झुग्गियों में आग लगने से वहां हड़कंप मच गया। हादसा गैस सिलेंडर फटने से हुआ था। किसी तरह श्रमिक परिवार बाहर निकलने में कामयाब हो गए। दो दमकल वाहनों में पहुंचे कर्मियों ने आग पर काबू पाया। जिन श्रमिकों की झुग्गियाँ जली हैं, उनमें नंदलाल पुत्र दहिया लाल और कालूराम पुत्र मोहनलाल मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं।

आग बुझाने में दमकल कर्मियों ने की कड़ी मेहनत
आग लगने की घटना सोमवार दोपहर 12 बजे की है। औद्योगिक क्षेत्र में स्थित एक खाली प्लाट के अंदर 7 प्रवासी श्रमिकों की झुग्गियां बनी हुई है। खाना बनाते समय अचानक से गैस सिलेंडर में धमाका हुआ। जिससे वहां आग फैल गई। झुग्गी में रोशनी करने के लिए छोटा सिलेंडर पड़ा हुआ था। जो आग की चपेट में आ गया। देखते ही देखते दोनों सिलेंडर में धमाके हुए और वहां आग एक दम से फैल गई।
समय रहते बच गई श्रमिकों की जान
गांधीनगर और गंग्याल फायर स्टेशन से एक एक दमकल वाहन आग पर काबू पाने के लिए मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंचे दमकल अधिकारी जफर अली ने बताया कि उनके मौके से पहुंचने से पूर्व भी दो झुग्गियां जल चुकी थी। तुरंत कार्रवाई करते हुए आग पर काबू पा लिया गया। झुग्गियों में त्रिपाल और लकड़िया पड़ी हुई थी जिससे आग तेजी से फैली।
समय रहते आग पर काबू पाने से आग अन्य झुग्गियों में नहीं पहुंच पाई। जहां आग लगी वह घनी आबादी वाला क्षेत्र है। वहां औद्योगिक इकाइयों के अलावा लोगों के रिहायशी मकान भी बने हुए हैं। आग पर समय रहते काबू न पाया जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।