फिल्टर में आता था नाली का पानी, महिला को नहीं चलता था पता, फिर बीमारी के बाद हुआ खुलासा!

कई बार हमारे साथ कई ऐसी घटनाएं हो जाती हैं जिसके बारे में हमने कभी सोचा ही नहीं होता. ऐसी ही एक घटना घटी चीन के शंघाई की रहने वाली लियू के साथ. दरअसल, लियू ने एक प्यूरीफायर लगाया जिसे उसने साल 2020 में खरीदा था. उन्हें लग रहा था की वह स्वच्छ और साफ पानी पी रही हैं. लेकिन जब उन्होंने प्यूरीफायर से पानी की जांच करने के लिए एक गुणवत्ता टेस्टर खरीदा, क्योंकि वह मछली पालना चाहती थीं. तब उनके सामने एक ऐसा सच आया कि वो दंग रह गईं.
लियू ने जब पानी की जांच की तो उन्हें पता चला कि वो पिछले पांच सालों से से नाली का पानी पी रही थी. जब लियू ने एक टैक्नीशियन को बुलाया, तो सामने आया कि टैक्नीशियन ने दोनों पाइपों को गलत तरीके से जोड़ा था. जिसके चलते शुद्ध पानी बाहर फेंका जा रहा था और वह अपशिष्ट पानी पी रही थीं. इतना ही नहीं लियू गंदे पानी के चलते अनेक स्वास्थ्य समस्याओं से परेशान रहती थीं.
आस-पास के लोगों ने बताया कि, लियू के एरिया में नल के पानी में टोटल डिसॉल्व सॉलिड (टीडीएस) की वैल्यू 321 मिलीग्राम/लीटर है. वहीं प्यूरीफायर बनाने वाली कंपनी का कहना है कि मशीन से निकलने वाले पानी का टीडीएस मान 24 मिलीग्राम/लीटर होना चाहिए. लेकिन लियू ये देख दंग रह गईं जब टेस्टर ने 607 मिलीग्राम/लीटर की रीडिंग दी.
लियू ने बताया कि, ‘ लगभग छह महीने पहले, उसके पीरियड्स अनियमित हो गए. उन्होंने कहा कि, पिछले कुछ सालों में मुझे अक्सर दस्त की समस्या होती रहती थी और मेरी जांच के रिजल्ट नॉर्मल नहीं आ रहे थे. इतना ही नहीं उन्हें बाल झड़ना, मुंहासे, खांसी और सीने में दर्द जैसी कई समस्याएं हो रहीं थीं. लेकिन उन्हें कभी नहीं लगा था कि ये सब पानी पी वजह से हो रहा होगा’. हालांकि, प्यूरीफायर बनाने वाली कंपनी ने उन्हें मशीन की राशि वापस करने को कहा. लेकिन लियू ने इस बात से इनकार कर दिया. वह अब मेडिकल प्रूफ मांग रही है कि उसकी बीमारियां सीधे तौर पर पाइपलाइन में हुई गड़बड़ी के कारण हुई थीं.