2024 के लोकसभा चुनाव से पहले चंडीगढ़ नगर निगम के समीकरण बदल सकते हैं..

कांग्रेस ने आप के पार्षद तरुणा मेहता को अपनी ओर ले लिया है। वहीं अब पार्टी दावा कर रही है कि उनके संपर्क में और भी कई पार्षद हैं।

लोकसभा चुनाव 2024 से कुछ महीने पहले राजनीतिक दलों में शुरू हुई उठा पटक ने हलचल पैदा कर दी है। कर्नाटक जीत से उत्साहित कांग्रेस ने चंडीगढ़ में आम आदमी पार्टी की पार्षद तरुणा मेहता को पार्टी में शामिल कर आप की मुश्किल बढ़ा दी है। इतना ही नहीं, कांग्रेस के चंडीगढ़ अध्यक्ष एचएस लक्की खुले मंच से यह दावा कर रहे हैं कि उनके संपर्क में कई और पार्षद हैं। आप के कई पार्षदों के फोन उन्हें आ रहे हैं। वह भी आने को तैयार हैं

लक्की ने कहा कि वह नगर निगम पार्षद की टिकट चाहते हैं। इन लोगों से बातचीत चल रही है। वह ऐसे ही सभी को कांग्रेस में शामिल नहीं करेंगे। बल्कि देखेंगे कि उनकी विचारधारा कांग्रेस से मेल खाती है या नहीं और ग्राउंड लेवल पर उनकी पकड़ और काम कैसा है। कांग्रेस ने दल बदलवाने का जो खेल अब शुरू किया है उस पर भाजपा की भी नजर है।

तरुणा मेहता को शामिल कर बीजेपी का काम आसान किया?

लक्की कह रहे हैं कि उनके संपर्क में भाजपा के काउंसलर भी हैं। लोग आरोप लगा रहे हैं कि कांग्रेस ने तरुणा मेहता को शामिल कर भाजपा का काम आसान कर दिया है। लक्की ने कहा कि ऐसा नहीं है। बल्कि वह कांग्रेस का मेयर बनाने के लिए यह चाल चल रहे हैं। ऐसा भी हो सकता है कि उनके पार्षद भाजपा और आप से ज्यादा हो जाएं और मेयर की कुर्सी पर कांग्रेस का पार्षद आसीन हो। हालांकि, यह इतना आसान भी नहीं है जितना कांग्रेस अध्यक्ष समझ रहे हैं।

आंकड़ों का खेल कुछ और तस्वीर बयां कर रहा है। एक समय ऐसा था जब आप सबसे ज्यादा पार्षद जीतकर सदन पहुंचे थे, लेकिन कांग्रेस पार्षद हरप्रीत कौर बबला के भाजपा में जाने से संख्या 14-14 बराबर हो गई थी। अब तरुणा के कांग्रेस में जाने से भाजपा के 14 और आप के 13 पार्षद रह गए हैं। भाजपा के पास एक वोट सांसद का होने से संख्या 15 हो जाएगी। कांग्रेस के सात पार्षद हैं। वह पिछले दो साल से नगर निगम चुनाव का बहिष्कार करते आ रहे हैं। अब भी ऐसा ही रहा तो भाजपा बिना किसी दिक्कत के मेयर चुनाव जीतती रहेगी।

वहीं, दूसरी ओर आम आदमी पार्टी सबसे बड़ी पार्टी होने के बाद भी अपना मेयर बना पाए, इसकी संभावना अब लगभग खत्म हो गई है। कांग्रेस ने आप को 2024 लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका दिया है। इससे आप की मुश्किलें बढ़ गई हैं।

अब भाजपा सबसे बड़ी पार्टी

दल                पार्षद

भाजपा            14

आप               13

कांग्रेस             07

शिअद             01

कांग्रेस ने की नुकसान की भरपाई

पहले कांग्रेस पार्षद हरप्रीत कौर बबला अपने पति कांग्रेस के पूर्व वरिष्ठ नेता देवेंद्र सिंह बबला के साथ भाजपा में शामिल हो गए थे। इससे कांग्रेस को बड़ा झटका लगा था। अब कांग्रेस ने आप में सेंधमारी कर तरुणा को शामिल कर लिया। इससे कांग्रेस ने अपनी संख्या फिर से सात कर नुकसान की भरपाई कर ली है, लेकिन ‘आप’ से यह बात पच नहीं रही।

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