प्रेगनेंसी में पेट दर्द होने के कारण डॉक्टर से जानते हैं –
प्रेगनेंसी में महिलाओं को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस समय महिलाओं को हार्मोन का स्तर उच्च स्तर पर होता है। जिसकी वजह उनको प्रेगनेंसी के हर चरण में किसी न किसी तरह की समस्या हो सकती है। इस समय महिलाओं को मॉर्निंग सिकनेस, पीठ में दर्द, पैरों में सूजन व सिर दर्द की समस्या का सामना करना पड़ता है। कुछ महिलाओं को प्रेगनेंसी के 7वें महीने में पेट में दर्द महसूस होता है। हर महिला में दर्द के कारण अलग-अलग हो सकते हैं। इस विषय पर हमने शारदा अस्पताल की स्री रोग विभाग की यूनिट हेड और सीनियर कंसल्टेंट डॉ. रूचि श्रीवास्तव से बात कि तो उन्होंने प्रेगनेंसी के सातवें माह में होने वाले पेट दर्द और उसके बचाव के कुछ टिप्स को विस्तार से बताया।
गर्भावस्था के 7वें महीने में पेट दर्द के कारण –
राउंड लिगामेंट पेन
जैसे-जैसे गर्भावस्था के दौरान गर्भाशय का आकार बढ़ता है, इसे सपोर्ट करने वाले राउंड लिगामेंट्स में खिंचाव हो सकता है और ऐसे में महिलाओं को दर्द हो सकता है। गर्भावस्था के दूसरे तिमाही में पेट दर्द का यह एक आम कारण है।
ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन
ब्रेक्सटन हिक्स संकुचन को आप एक अभ्यास संकुचन कर सकते हैं, जो बच्चे के जन्म की तैयारी में गर्भाशय में होते हैं। ये संकुचन हल्के से मध्यम पेट दर्द का कारण बन सकते हैं, लेकिन यह चिंता का कारण नहीं हैं, जब तक कि वे लगातार या तीव्र न हों।
गैस और कब्ज
गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल परिवर्तन पाचन तंत्र को धीमा कर सकते हैं, जिससे गैस और कब्ज हो सकती है। इससे पेट में दर्द, सूजन और बेचैनी हो सकती है।
यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन
यूटीआई गर्भावस्था के दौरान आम समस्या है और पेट के निचले हिस्से में दर्द के साथ-साथ पेशाब के दौरान जलन और बार-बार पेशाब आना जैसे अन्य लक्षण भी पैदा कर सकता हैं।
प्रीटर्म लेबर
प्रीटर्म लेबर एक ऐसी स्थिति है, जिसमें गर्भावस्था के 37 वें सप्ताह से पहले प्रसव पीड़ा शुरू हो जाती है। यह पेट दर्द, संकुचन और अन्य लक्षण पैदा कर सकता है।
गर्भपात
कुछ मामलों में गर्भावस्था के दौरान पेट दर्द गर्भपात का संकेत हो सकता है। गर्भपात के अन्य लक्षणों में योनि से रक्तस्राव और ऐंठन शामिल हैं।
प्रेगनेंसी के 7वें माह में पेट दर्द को कैसे रोकें?
पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
पर्याप्त मात्रा में पानी और तरल पदार्थ पीने से कब्ज को रोकने और पाचन तंत्र को सही करने में मदद मिल सकती है। यह यूटीआई को भी रोकने में सहायक हो सकता है। जिससे महिलाओं को पेट में दर्द हो सकता है।
संतुलित आहार लें
फाइबर और पोषक तत्वों से भरपूर आहार खाने से कब्ज और गैस को रोकने में मदद मिल सकती है। इस समय ऐसी चीजों को खाने से बचना चाहिए, जिनकी वजह से आपको गैस और अपच हो सकती हैं। इस दौरान मसालेदार खाना न खाएं।
नियमित रूप से व्यायाम करें
हल्का व्यायाम जैसे टहलना या घूमना राउंड लिगामेंट दर्द को रोकने और शरीर को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है।
अगर महिलाओं को पेट में दर्द लगातार हो रहा है, तो ऐसे में आप डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। इन लक्षणों की अनदेखी करना आपके लिए खतरनाक हो सकता है।