तीर्थयात्रियों के रिकार्ड आने के बाद आगामी यात्रा को लेकर अभी से सर्तक है जिला प्रशासन

इस यात्रा सीजन में केदारनाथ में रिकार्ड तीर्थयात्रियों के आने के बाद जिला प्रशासन आगामी यात्रा को लेकर अभी से सतर्क हो गया है। प्रशासन ने आने वाले वर्ष इससे भी अधिक तीर्थयात्रियों की संख्या का अनुमान लगाया है जिसके लिए प्रशासन अभी से यात्रा तैयारियों की बेहतर व्यवस्थाओं के लिए होमवर्क में जुट गया है।

जिला कलक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने यात्रा से जुड़े विभन्न अफसरों की बैठक ली। इस दौरान डीएम ने केदारनाथ धाम यात्रा को आगामी वर्ष में सुगम, सुदृढ़ एवं सफल बनाने के लिए व्यापक तैयारियां करने के निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि अगली वर्ष की यात्रा शुरू होने से पहले यात्रा मार्ग पर ड्यूटी देने वाले सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को प्रशिक्षित करना अनिवार्य होगा। उन्होंने सभी विभाग के अफसरों को अपने अधीनस्थ कार्मिकों को प्रशिक्षित करने के लिए मॉड्यूल तैयार करने के निर्देश दिए। कहा कि किसी भी डॉक्टर, पुलिस कर्मी, पीआरडी, सफाई कर्मचारी को ड्यूटी शुरू करने से पहले वहां की विपरीत परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। जिलाधिकारी ने कहा कि इस वर्ष रिकार्ड यात्री केदारनाथ आए, जबकि आने वाली यात्रा में इससे भी अधिक यात्री केदारनाथ आएंगे इसलिए हमें पूरी तैयारी अभी से कर लेनी होगी।

कहा कि बीती यात्रा में कुछ खामियां रही हैं जिन्हें समय रहते दुरस्त किया जा सकता है ताकि यात्रा के दौरान अव्यवस्थाओं की कोई गुंजाइश न रहे। जिलाधिकारी ने सुलभ इंटरनेशनल को आगामी केदारनाथ यात्रा में बेहतर स्वच्छता व्यवस्था बनाने के लिए अभी से रोडमैप तैयार कर कार्य शुरू करने के निर्देश दिए। उन्होंने नाराजगी जताई कि इस यात्रा काल में सफाई को लेकर कई शिकायतें मिलती रही। यात्रा मार्ग पर शौचालयों की खराब स्थिति भी यात्रियों के लिए श्रद्धालुओं के लिए परेशानी का कारण रही। उन्होंने स्पष्ट किया कि आगामी यात्रा में ऐसी स्थिति न दोहराई जाए। सुलभ इंटरनेशनल अभी से शौचालय एवं सफाई व्यवस्था दुरस्त करने, शौचालय बढ़ाने की दिशा में अभी से काम करना शुरू कर दें। उन्होंने जिला पंचायत को घोड़े-खच्चरों के संचालन के लिए पंजीकरण, घोड़े-खच्चरों के मालिकों/हॉकरों को जारी किए जाने वाले पहचान पत्र सहित अन्य प्रक्रिया शुरू करने से पहले मुख्य विकास अधिकारी से सहमति लेने, पशु चिकित्सा अधिकारी को यात्रा मार्ग पर चिकित्सकों एवं फार्मासिस्टों की संख्या बढ़ाने, उच्च स्तरीय अधिकारियों को पिछली यात्रा में काम कर चुके चिकित्सकों व फार्मासिस्टों की ही तैनाती करवाने के लिए पत्राचार करने, पशु चिकित्सा अधिकारी, जिला पंचायत, जी मैक्स एवं संबंधित विभागों को यात्रा मार्ग पर घोड़ा-खच्चरों के संचालन के लिए ठीक व्यवस्था बनाने, मुख्य चिकित्सा अधिकारी को यात्रा मार्ग पर डॉक्टरों की तैनाती शुरू होने से पूर्व उन्हें अनिवार्य रूप से प्रशिक्षित करने, यात्रा मार्ग में समुचित व्यवस्थाएं बनाने, सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी को यात्रा मार्ग में यातायात सुचारू ढंग संचालित करने के लिए उचित पार्किंग व्यवस्था किए जाने, पुलिस एवं जिला पंचायत के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्रवाई कर परिवहन प्लान तैयार करने, लोनिवि को सड़क ठीक करने के साथ ही यात्रा रूट के विभिन्न चौराहों में साइन बोर्ड लगाने के भी निर्देश दिए। इसके अलावा नगर पालिका व नगर पंचायतों के अधिशासी अधिकारी, जिला पर्यटन अधिकारी, महाप्रबंधक गढ़वाल मंडल विकास निगम को आगामी यात्रा के लिए अभी से होमवर्क में जुट जाने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार, एडीएम दीपेंद्र सिंह नेगी, अपर मुख्य कार्यकारी अधिकारी योगेंद्र सिंह, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एचसीएस मार्तोलिया, डीडीओ मनविंदर कौर, एसडीएम ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा, जखोली परमानंद राम, ईई डीडीएमए प्रवीण कर्णवाल, पर्यटन अधिकारी सुशील नौटियाल, ईई लोनिवि जेएस रावत, ईई जल संस्थान संजय सिंह, सहायक परियोजना अधिकारी रमेश चंद्र, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार सहित कई विभागीय अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे।

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