डीजीसीए ने पत्र लिखकर बूस्टर खुराक की मांगी थी मंजूरी..
पिछले कुछ दिनों पहल चीन में शून्य कोविड नीति में ढील दिए जाने के बाद कोरोना वायरस के मामलों में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई। इसका असर भारत पर भी पड़ा। पिछले साल दिसंबर महीने के अंतिम कुछ दिनों में भारत में कोरोना के कई मामले सामने आए। एक बार फिर भारत में कोरोना वायरस की लहर न फैले उसके लिए सरकार ने लोगों को कोविड बूस्टर डोज लेने के लिए आग्रह कर रही है।
इसी दौरान आधिकारिक सूत्रों ने गुरुवार को जानकारी दी कि केंद्रीय दवा नियामक प्राधिकरण के विशेषज्ञ पैनल ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के कोविड वैक्सीन कोवोवैक्स को वयस्कों के लिए विषम बूस्टर खुराक के रूप में बाजार में उतारने की सिफारिश की है। बता दें कि यह बूस्टर डोज उन्हें ही लग सकता है, जो वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके हैं।
डीजीसीए ने पत्र लिखकर बूस्टर खुराक की मांगी थी मंजूरी
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) में निदेशक (सरकार और नियामक मामले) प्रकाश कुमार सिंह ने हाल ही में ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया को पत्र लिखकर 18 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए कोवोवैक्स हेट्रोलॉगस बूस्टर खुराक की मंजूरी मांगी थी। एक आधिकारिक सूत्र ने कहा, ‘सीडीएससीओ की विषय विशेषज्ञ समिति (SEC) ने बुधवार को इस मुद्दे पर विचार-विमर्श किया और कोविशील्ड या कोवाक्सिन की दो खुराक लेने वाले वयस्कों के लिए विषम बूस्टर खुराक के रूप में कोविड जैब कोवोवैक्स के बाजार में उतारने की सिफारिश की।
कोवोवैक्स को नोवावैक्स द्वारा टेक्नोलॉजी ट्रांसफर द्वारा निर्मित किया जाता है
DCGI ने कोवोवैक्स को 28 दिसंबर, 2021 को वयस्कों में, 9 मार्च, 2022 को 12-17 आयु वर्ग में और 28 जून, 2022 को 7-11 वर्ष की आयु के बच्चों में कुछ शर्तों के अधीन आपातकालीन स्थितियों में प्रतिबंधित उपयोग के लिए मंजूरी दे दी थी। कोवोवैक्स को नोवावैक्स द्वारा टेक्नोलॉजी ट्रांसफर द्वारा निर्मित किया जाता है। इसे सशर्त विपणन प्राधिकरण के लिए यूरोपीय मेडिसिन एजेंसी द्वारा अनुमोदित किया गया है। इसे 17 दिसंबर, 2021 को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा आपातकालीन-उपयोग सूची प्रदान की गई थी।