जम्मू में गहराया पानी का संकट…
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जम्मू-कश्मीर इस बार कम बारिश होने के कारण पानी का संकट गहरा रहा है। जम्मू-कश्मीर में पेयजल संकट एक गंभीर मुद्दा बन गया है, विशेष रूप से जम्मू संभाग में। जल शक्ति विभाग के मंत्री जावेद अहमद राणा की घोषणा के बाद विभाग ने पेयजल संकट से जूझ रहे इलाकों में पानी की सप्लाई सुनिश्चित करने के लिए 55 निजी टैंकर तैनात कर दिए हैं, लेकिन यह संख्या पानी की मांग के मुकाबले काफी कम है।
दुखद यह है कि जल शक्ति विभाग के पास जो 200 से अधिक टैंकर थे, वे समय पूर्ण होने के कारण यार्ड में खड़े कर दिए गए हैं। इस स्थिति ने विभाग को निजी टैंकरों की सेवाएं लेने पर मजबूर कर दिया है, जिससे वित्तीय बोझ बढ़ रहा है। मार्च 2025 तक प्रत्येक घर में नल से जल पहुंचाने का सरकारी दावा, हालांकि महत्वाकांक्षी है, परंतु जमीनी स्तर पर स्थितियां बहुत शानदार नहीं हैं।
आज भी कई रिहायशी और ग्रामीण इलाकों में नल लगे होने के बावजूद, लोग पानी की जरूरत पूरी करने के लिए टैंकरों पर निर्भर हैं। यह स्थिति विभाग की कार्यक्षमता और संकट की गंभीरता को दर्शाती है। टैंकरों की कमी औरआपूर्ति की अस्थिरता से यह स्पष्ट है कि जल शक्ति विभाग को तात्कालिक समाधान और दीर्घकालिक योजना दोनों पर ध्यान देने की जरूरत है।