संगीत के जरिए पहुंचेगी अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत

भव्य राम मंदिर निर्माण के बाद कई कलाप्रेमियों और संगठनों ने राम चरित्र को सुमधुर भक्ति गीतों को सुरों में पिरोया है। अब ऐसा ही एक प्रयास एलबम रामतरंग बनाकर पर्यटन विभाग की अयोध्या संरक्षण एवं विकास समिति ने भी किया है। खास बात यह है कि भगवान राम पर बने इस एलबम में संतकबीरनगर के जिलाधिकारी ने भी अपना योगदान दिया है।

अयोध्या के मंडलायुक्त गौरव दयाल के निर्देशन में बने रामतरंग में प्रभु श्रीराम के जीवन चरित्र को देश के जानेमाने संगीतकारों ने सुरों में संजोया है। रविवार को रामतरंग का आधिकारिक विमोचन अयोध्या के कमिश्नर ने किया।

इस दौरान उन्होंने कहा कि एलबम से युवाओं को राम चरित्र से परिचित कराया जा सकेगा। साथ ही लोग अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत को जानेंगे और खुद को जोड़ेंगे।

कमिश्नर गौरव दयाल की अवधारणा पर तैयार इस एलबम में संतकबीरनगर के डीएम महेंद्र सिंह तंवर ने भी मुख्य भूमिका निभाई है। महेंद्र सिंह तंवर ने बताया कि इस एलबम में राम चरित्र से प्रेरित 14 खूबसूरत गीत हैं। एलबम के भक्ति गीत सोशल मीडिया और यू ट्यूब पर काफी लोकप्रिय हो रहे हैं।

प्रसिद्ध गायकों ने डीएम के लिखे गानों पर दी अपनी आवाज
रामतरंग एल्बम में कुल 14 गाने हैं। जय जय हनुमंताय नमः गीत कैलाश खेर ने लिखा और इसे गाया भी है। राम जन्म गीत गायक अरिजीत सिंह ने गाया है, जबकि महेंद्र सिंह तंवर( एमएसटी) ने इस गाने को लिखा है। ऐसे ही, माता शबरी व प्रभु श्रीराम के मिलन के वर्णन का गीत कविता कृष्णमूर्ति ने गाया है और इस गाने को भी एमएसटी ने लिखा है।

सिया और राम की प्रेम कहानी गाने को असीस कौर-गोल्डी ने गाया है, इसे लिखा एमएसटी ने है। कण- कण में व्याप्त प्रभु श्रीराम का वर्णन गीत शेखर रवजियानी ने गाया है और इसे एमएसटी ने लिखा है। ऐसे ही, रामसेतू निर्माण की गाथा तनिष्क बागची और इसे भी एमएसटी ने लिखा है।

जबकि इस श्रंखला में अंतिम गीत जो एमएसटी ने लिखा है वो प्रभु श्रीराम की महिमा का वर्णन गीत है। इसे असित ने गाया है। इसके अलावा जावेद अली, कर्तिक कुश, सीजर, बी प्राक, सोनू निगम, बादशाह, पायल देव ने भी एल्बम में अपनी आवाज दी है।

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