शिवाजी महाराज की जिस प्रतिमा के ढहने पर हुआ था विवाद, उसका ठेका राम सुतार की कंपनी को दिया गया
पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित मूर्तिकार राम सुतार की फर्म को नई प्रतिमा के निर्माण का ठेका दिया गया है। मशहूर मूर्तिकार राम सुतार के बेटे अनिल सुतार ने शनिवार को बताया कि नई प्रतिमा की ऊंचाई 60 फुट होगी, जिसे 10 फुट ऊंचे चबूतरे पर स्थापित किया जाएगा।
महाराष्ट्र सरकार ने मालवन के राजकोट किले में छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा फिर से लगाने की तैयारी शुरू कर दी है। सरकार ने 60 फुट ऊंची नई प्रतिमा बनाने का ठेका प्रसिद्ध मूर्तिकार राम सुतार की फर्म को दिया है।
गौरतलब है कि कुछ माह पहले ही राजकोट किले में शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा ढह गई थी, जिसे लेकर महाराष्ट्र की राजनीति गरमा गई थी और इसे लेकर प्रधानमंत्री मोदी से भी माफी मांगने की मांग की गई थी। अब नई सरकार के गठन के तुरंत बाद ही महाराष्ट्र सरकार ने फिर से प्रतिमा स्थापित करने की शुरुआत कर दी।
60 फुट ऊंची होगी नई प्रतिमा
पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित मूर्तिकार राम सुतार की फर्म को नई प्रतिमा के निर्माण का ठेका दिया गया है। मशहूर मूर्तिकार राम सुतार के बेटे अनिल सुतार ने शनिवार को बताया कि नई प्रतिमा की ऊंचाई 60 फुट होगी, जिसे 10 फुट ऊंचे चबूतरे पर स्थापित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रतिमा में शिवाजी महाराज हाथ में तलवार उठाए खड़े होंगे। अनिल सुतार ने कहा कि, ‘प्रतिमा के लिए करीब 40 टन कांस्य और 28 टन स्टेनलेस स्टील का इस्तेमाल किया जाएगा और इसे छह महीने में पूरा किया जाएगा।’
प्रतिमा ढहने पर हुआ था राजनीतिक विवाद
उल्लेखनीय है कि बीते साल 26 अगस्त को सिंधुदुर्ग जिले के मालवन तालुका में स्थित राजकोट किले मराठा योद्धा शिवाजी महाराज की 35 फुट ऊंची प्रतिमा ढह गई थी। इस प्रतिमा का अनावरण पिछले साल 4 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अनावरण किया था।
इस पर राजनीतिक विवाद शुरू हो गया था, विपक्षी दलों ने सत्तारूढ़ महायुति सरकार पर घटिया प्रतिमा बनाकर 17वीं सदी के मराठा साम्राज्य के संस्थापक का अपमान करने का आरोप लगाया था। इस प्रतिमा के ढहने के बाद पुलिस ने मूर्तिकार-ठेकेदार जयदीप आप्टे, सलाहकार चेतन पाटिल और मूर्तिकार को गिरफ्तार कर लिया था। बाद में सरकार ने भव्य प्रतिमा के निर्माण के लिए एक समिति गठित की थी।