कटड़ा हड़ताल में शामिल होने जा रहे कांग्रेस नेताओं को पुलिस ने फिर रोका

कटड़ा हड़ताल में शामिल होने से रोकने पर पुलिस और प्रशासन की आलोचना करते हुए रमण भल्ला ने लोकतांत्रिक अधिकारों के उल्लंघन का आरोप लगाया।

प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष रमण भल्ला सहित अन्य नेताओं ने शनिवार को भी कटड़ा में जारी हड़ताल में शामिल होने के लिए कूच किया, लेकिन पुलिस ने उन्हें दोमेल में रोक दिया। पार्टी नेता कटड़ा रोपवे के खिलाफ मुखर हुए लोगों से मिलने जा रहे थे। पिछले तीन दिन में यह दूसरी बार है कि पार्टी नेताओं को कटड़ा जाने से अनुमति नहीं दी गई।

भल्ला ने आरोप लगाया कि वे शांतिपूर्ण ढंग से कटड़ा में लोगों की बात सुनने के लिए जा रहे हैं, लेकिन प्रशासन दबंग रवैया अपनाकर उन्हें अनुमति नहीं दे रहा है, जबकि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी को अपनी बात रखने और सुनने का अधिकार है। रोपवे आंदोलन में प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार करना गलत है।

ये मुद्दा हजारों स्थानीय लोगों की आजीविका से जुड़ा हुआ है। भाजपा ने इस मुद्दे पर चुप्पी साधी हुई है, जिससे साफ है कि ये उसके स्वार्थ से जुड़ा हुआ है। इससे पहले पार्टी नेताओं को टोल प्लाजा पर रोक दिया गया था। सरकार को प्रदर्शनकारियों से मिलकर उनकी बात सुननी चाहिए। एक राष्ट्रीय पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में लोगों से मिलना और उनकी शिकायतों को समझना मेरा अधिकार है।

शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करना संविधान में निहित एक मौलिक लोकतांत्रिक अधिकार है। संवाद लोकतंत्र की आधारशिला है। अधिकारियों को प्रदर्शनकारियों से जुड़ना चाहिए और उन्हें चुप कराने के बजाय उनकी चिंताओं को दूर करने पर काम करना चाहिए।

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