रामलला के रंग में रंगे नजर आ रहे हैं मनोहर लाल

चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर इन दिनों भगवान रामलला के रंग में पूरी तरह से रंगे नजर आ रहे हैं। सोमवार को उन्होंने करनाल में आमजन के साथ अयोध्या में भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का लाइव प्रसारण देखा। इससे पहले मकर संक्रांति के पावन पर्व पर उन्होंने चंडीगढ़ स्थित अपने आवास संत कबीर कुटीर में एक भजन संध्या का आयोजन किया। इस भजन संध्या में विशेष रूप से प्रख्यात गायक कन्हैया मित्तल पहुंचे और उन्होंने भजनों के जरिए भगवान की महिमा गुणगान किया तो स्वयं मुख्यमंत्री ने भी एक भजन सुनाया। इस समारोह में हरियाणा के राज्यपाल बंडारु दत्तात्रेय भी पहुंचे थे। इसी तरह से 21 जनवरी को पानीपत में ‘भजिये अगड़ बम बगड़ बम-अगड़ बगड़ बम बम लहरी’ आध्यात्मिक समारोह में मुख्यमंत्री शामिल हुए। इस कार्यक्रम में मशहूर गायक कैलाश खेर ने समां बांध दिया।

गौरतलब है कि हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर खुद भी धर्मपरायण व्यक्ति हैं। और वे समय-समय पर धार्मिक कार्यक्रमों में शिरकत करते रहते हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पिछले साल 31 दिसंबर को वृंदावन में पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री ने वृंदावन के वात्सल्य में षष्टिपूर्ति महोत्सव में शिरकत की। मुख्यमंत्री ने परम पूज्य साध्वी ऋतंभरा को उनके अवतरण दिवस की बधाई दी और इस अवसर पर विशेष रूप से स्वामी परमानंद गिरि महाराज भी मौजूद थे। इससे पहले पिछले साल ही 24 दिसंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज की ओर से हरिद्वार में आयोजित आध्यात्मिक महोत्सव में शिरकत की थी।

इस समारोह में स्वामी ज्ञानानंद महाराज सहित अनेक साधु संत मौजूद थे। इसी तरह से अयोध्या में भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने टिवटर पर लिखा कि ‘प्रभु बिलोकि हरषे पुरबासी। जनित बियोग बिपति सब नासी॥ पानीपत ऐतिहासिक स्थान है जो सदा इतिहास बनाता आया है, ‘श्री राम मंदिर शोभा यात्रा’ में राम जी की सेना के रूप में नागरिकों के उत्साह का साक्षी आज ‘हरि की धरा हरियाणा’ समेत पूरा भारत बना है। आज की इस यात्रा को सफल बनाने के लिए मैं हर रामभक्त का हृदय से अभिनंदन करता हूं। भारत की आत्मा, आराध्य देव श्रीराम जी में बसती है। आदिकाल से हम अपनी संस्कृति को लेकर संघर्ष करते रहे हैं तथा प्राण प्रतिष्ठा से हमें दूसरी आजादी सुलभ हुई है। राम राज्य वास्तविक रूप से आगे बढ़ रहा है जिसमें आप सभी का सहयोग नितांत ही आवश्यक है। सबको राम राम !!’

जया किशोरी भी पहुंची संत कबीर कुटीर
चंडीगढ़ स्थित मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के आवास संत कबीर कुटीर पर पिछले दिनों कथावाचिका जया किशोरी पहुंची। मुख्यमंत्री ने जया किशोरी का स्वागत करते हुए उन्हें स्मृति चिह्न दिया। बाद में उन्होंने टवीट करते हुए लिखा कि ‘मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जाएंगे.. राम आएंगे! प्रसिद्ध कथावाचिका सुश्री जया किशोरी जी से आज संत कबीर कुटीर (मुख्यमंत्री आवास) पर भेंट के दौरान उनके मधुर स्वर में यह भजन सुनकर मन भक्ति भाव से भर गया। प्रभु श्रीराम जी की प्राण प्रतिष्ठा से पूरे देश का आध्यात्मिक एवं राममय वातावरण, ऐतिहासिक है। इस अवसर पर उन्हें श्रीराम दरबार की प्रतिमा व श्रीमद्भागवत गीता भेंट की।’ इससे पहले 14 जनवरी को प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल संत कबीर कुटीर पहुंचे। इस दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भगवान श्री राम के चित्र के समक्ष पुष्प अर्पित करने के बाद ट्वीट करते हुए लिखा ‘अवध में आएंगे श्री राम। आज प्रसिद्ध भजन गायक कन्हैया मित्तल के मुख से श्री राम नाम का गुणगान सुनने का सौभाग्य ऐसे विशेष दिनों में प्राप्त हुआ जब प्रभु के आगमन को लेकर पूरा देश राममय हो रहा है।’

8 फरवरी को भगवान रामलला के दर्शन करने अयोध्या जाएंगे मुख्यमंत्री
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर फरवरी में अयोध्या में भगवान रामलला के दर्शन करेंगे। इस सिलसिले में मुख्यमंत्री ने मंगलवार को रोहतक में जानकारी देते हुए कहा कि 8 फरवरी को अयोध्या जाने का शैड्यूल तैयार किया गया है। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी को आस्था का पता और कोई समझ नहीं है। आज के दिन पूरा देश राममय है और उनको भी इस नाते से राममय होना चाहिए था। इससे पहले सोमवार रात को मुख्यमंत्री ने अपने चंडीगढ़ स्थित आवास संत कबीर कुटीर पर श्रीराम ज्योति प्रज्ज्वलित की। इसके बाद उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा कि ‘श्री रामज्योति प्रज्ज्वलित करने की अत्यंत दिव्य व अलौकिक अनुभूति! पावन अयोध्या धाम में श्री रामलला भव्य मंदिर में विराजमान हो चुके हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर चंडीगढ़ स्थित संत कबीर कुटीर (मुख्यमंत्री आवास) पर रामज्योति जला कर इस खुशी में उन सभी कर्मियों को सहभागी बनाया जो पूरे सेवाभाव से अपने कत्र्तव्य हेतु दृढ़ता से कार्य में लगे रहते हैं।’ अयोध्या में भगवान रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के बाद मुख्यमंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा कि ‘॥ राम नमामि नमामि नमामी॥ श्री अयोध्या धाम पवित्र सप्तपुरियों में से एक हैं जो भारत की भाषाई विविधता एवं सांस्कृतिक विविधता में एकता का प्रतीक है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से प्रभु श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में श्री रामलला के नवीन विग्रह की प्राण-प्रतिष्ठा एक दिव्य और अलौकिक घटना है। हर भारत वासी चाहे वो विश्व के किसी भी भाग में रह रहा है, वह श्री रामलला के प्रति भक्तिभाव से भाव-विभोर हो चुका है। गांव-नगर के हर घर में साक्षात मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्री राम जी विराज चुके हैं और यह उल्लास हर जगह प्रकट भी हो रहा है। हमारी पीढिय़ों का संघर्ष एवं सदियों का संकल्प आज पूर्ण हुआ एवं श्रीराम जन्मभूमि के उत्थान यज्ञ में बलिदान द्वारा आहुति देने वाली हर पुण्यात्मा आज आत्मिक शांति प्राप्त करेगी। जय श्री राम !’

धर्म व संस्कृति है हरियाणा की अनूठी पहचान
हरियाणा प्रदेशने विकास के क्षेत्र में जहां नए आयाम स्थापित किए हैं, वहीं इस अवधि में अध्यात्म और पर्यटन को लेकर भी विशेष कदम उठाए गए हैं। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र को तीर्थस्थल और पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खुद भी एक अध्ययनशील एवं आध्यात्मिक प्रवृत्ति के व्यक्ति हैं। यही वजह है कि 14 जून 2022 को मुख्यमंत्री आवास का नाम संत कबीर कुटीर किया गया। इसके बाद मुख्यमंत्री की पहल के बाद ही प्रदेश के बड़े संस्थानों के नाम महापुरुषों पर रखे जाने की परंपरा शुरू की गई। सभी धर्मों की शिक्षाओं व नीतियों को आत्मसात करने वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी धर्मों को मुख्य आधार मानते हुए हरियाणा में धर्म-अध्यात्म के प्रति भी बेहतर कार्य किया है। मुख्यमंत्री की नीतियों की बदौलत हरियाणा विकास, धर्म, पर्यटन व प्रेरक राज्य के रूप में अपनी पहचान बनाता हुआ नजर आ रहा है। संत कबीर कुटीर में रहने वाले मुख्यमंत्री मनोहर लाल न केवल स्वयं को बल्कि समूचे हरियाणा को धर्म और संस्कार की मजबूत डोर से बांध रहे हैं।

मुख्यमंत्री की पहल के बाद ही हरियाणा सरकार द्वारा श्रीमद्भागवत गीता के श्लोकों को भी स्कूली पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। हरियाणा में धर्म-अध्यात्म एवं विकास का अनूठा संगम है। कुरुक्षेत्र को पहले महाभारत की लड़ाई वाले स्थल के रूप के साथ जाना जाता था, मगर मुख्यमंत्री ने इसका नवीनीकरण करते हुए इसी कुरुक्षेत्र को ‘लैंड ऑफ कृष्णा’ का नाम देकर मथुरा-वृंदावन सरीखा धर्म स्थल बनाने का प्रयास किया है, जिससे यहां पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा और लोगों की अध्यात्म के प्रति भी रुचि बढ़ेगी। मुख्यमंत्री मनोहर लाल की पहलकदमी के बाद ही धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में ज्योतिसर में 200 करोड़ रुपए की लागत से महाभारत संग्रहालय बनाने की शुरूआत कर दी गई है। इस संग्राहलय में महाभारत से जुड़ी समस्त जानकारी ऑडियो-विजुअल माध्यम से दी जाएगी। इसके अलावा कुरुक्षेत्र में 48 कोस तीर्थ में 30 अन्य तीर्थ भी शामिल कर लिए गए हैं। अब तीर्थ कोस की संख्या 164 हो गई है। धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के प्रमुख मार्गों पर श्री कृष्ण के विराट स्वरूप को स्थापित किया गया है, जिस पर लगभग 14 करोड़ रुपए की लागत आई है।

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