शहर में ही कर सकेंगे जंगल की सैर, सीहोर के समीप 50 हेक्टेयर में विकसित हो रहा नगर वन

नगर वन का कार्य देख रहे डिप्टी रेंजर विजय कसोटिया ने बताया कि सीहोर के कोनाझिर में बनने वाले नगर वन का तीन साल का प्रोजक्ट है। नगर वन को जंगल की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यहां लोगों को सुकून के पल मिलने के साथ आनंद का अहसास होगा।

शहर के बीचों-बीच जंगल का अनुभव कराने के लिए नगर वन तैयार किया जाएगा। कोनाझिर के पास 50 हेक्टेयर क्षेत्र में नगर वन आकार ले रहा है। यहां हरियाली के साथ जॉगिंग ट्रैक, साइकिल ट्रैक व ओपन जिम व तरह-तरह की वाटिकाएं बनाई जाएंगी। वैसे तो जैव-विविधता संरक्षण के लिए दूर दराज के जंगली क्षेत्रों पर ही ध्यान दिया जाता रहा है, पर यहां रुद्राक्ष सहित पचास से अधिक अलग-अलग प्रजातियों के पौधों की किस्में देखने को मिलेगी।

नगर वन को जंगल की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। शहरी क्षेत्रों में नगर वन बनाने के पीछे मुख्य मकसद यही है कि वन और पर्यावरण के प्रति आम पब्लिक को जागरूक बनाना है। नगर वन में वॉकिंग व जॉगिंग ट्रैक बनाया जाएगा। योग के लिए स्थान उपलब्ध कराया जाएगा, जिस पर कारपेट ग्रास लगाई जाएगी। लोगों को पेड़, पौधों व वन्यप्राणियों के बारे में जानकारी देने के लिए व्याखानमाला बनाई जाएगी। यहां छोटा झरना व छोटे-छोटे सॉसर बनाए जाएंगे, जिसमें कमल व अन्य जलीय वनस्पति लगाई जाएंगी। वहीं बच्चों के लिए चिल्ड्रन पार्क भी होगा।

नवग्रह वाटिका बनेगी, रुद्राक्ष के पेड़ लगेंगे
नगर वन का कार्य देख रहे डिप्टी रेंजर विजय कसोटिया ने बताया कि सीहोर के कोनाझिर में बनने वाले नगर वन का तीन साल का प्रोजक्ट है। नगर वन को जंगल की तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यहां लोगों को सुकून के पल मिलने के साथ आनंद का अहसास होगा। यहां सैर के लिए आने वाले लोगों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए टॉयलेट, पीने के पानी सहित अन्य व्यवस्था भी होगी। पहले साल में गड्ढे खुदेंगे, बारिश में पौधे लगाए जाएंगे। इसके अलावा मनोरंजन झूले लगेंगे, नवग्रह वाटिका बनेगी, फ्लावर गार्डन बनाएंगे, बटरफ्लाय गार्डन, 400 रुद्राक्ष के पेड़ लेगेंगे, घूमने फिरने का रहेगा। भूजल संरक्षण का कार्य रहेगा। नगर वन का काम प्रगति पर चल रहा है।

दो करोड़ में बनेगा कोनाझिर का नगर वन
वन मंडलाधिकारी एमएस डाबर का कहना है कि नगर वन का तीन साल का प्रोजेक्ट है। सीहोर के कोनाझिर में नगर वन विकसित करने की दो करोड़ की योजना है। नगर वन के लिए अभी 50 लाख का बजट आया है। नगर वन तीन साल में पूरा होना है। अभी पहला साल है।

इस तरह विकसित होगा नगर वन का स्वरूप
नगर वन के चारों ओर से की जाएगी फेंसिंग।
स्थानीय प्रजाति के पौधे व झाड़ियां लगाई जाएंगी।
थीम आधारित पौधारोपण के जरिए स्मृति वन व नक्षत्र वन आदि बनाए जाएंगे।
जैव विविधता के लिए सभी प्रकार की सजावटी झाड़ियां, बेलदार, औषधीय, पुष्प व फलों के पौधे लगाए जाएंगे।
रेन वॉटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था होगी।
पेयजल, बेंच, फुटपाथ, जॉगिंग एवं साइकिल ट्रैक बनाए जाएंगे।
जागरूक करने के लिए डिस्प्ले बोर्ड, साइनेज लगाए जाएंगे।

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