समुंदर में दिखी बुरी किस्मत लाने वाले मछली की लाश, फिर दिखने लगे बुरे शगुन
इस सप्ताह कैलिफोर्निया के तट पर एक बहुत बड़ी डूम्सडे सर्पेंट फिश या “प्रलयकारी सर्प मछली” मरी हुई पाई गई. अजीब बात यह है कि यह घटना दुनिया में कई भूकंप आने से कुछ ही दिन पहले ही हुई है. सैन डिएगो के ला जोला कोव की खोज कर रहे कयाकर और स्नोर्कलर्स ने 12 फुट की ओरफिश का शव देखा. जैसा कि इसके दूसरे नाम से ही जाहिर है यह मछली खास तौर से बुरी किस्मत को लाने वाली मानी जाती है.
मछली के बारे में आम लोगों को पता नहीं है कि यह कितनी बुरी किस्मत लेकर आती है, चालक दल ने इसके तैरते हुए शरीर के पास बैठकर, यूसी सैन डिएगो के स्क्रिप्स इंस्टीट्यूशन ऑफ ओशनोग्राफी को जानवर की सूचना देने से पहले इसके बगल में पोज दिया. संस्था के मछली विशेषज्ञ बेन फ्रैबल के अनुसार, 1901 के बाद से यह केवल 20वीं बार है जब कोई ओरफिश कैलिफोर्निया में बहकर आई है.
समुद्री जानवर गहरे समुद्र में रहते हैं और शायद ही कभी इंसानों की नजर में आते हैं. यहां तक कि उनके शव भी शायद ही कभी उथले पानी में तैरते हैं, जिससे पिछले सप्ताह की खोज बहुत ही ज्यादा दुर्लभ हो गई. प्राकृतिक आपदाओं के पूर्वानुमान के रूप में ओरफिश की पौराणिक प्रतिष्ठा को पिछले कुछ दिनों में और ज्यादा बढ़ावा मिला है.
पिछले हफ़्ते जब से यह मछली दिखाई दी है, तब से कई बड़े भूकंप आ चुके हैं. पहला भूकंप 4.3 तीव्रता का था, जिसने 12 अगस्त को लॉस एंजिल्स को हिलाकर रख दिया था, जबकि दो भूकंप ताइवान में आए, जिससे ताइपे और हुआलियन शहरों में समस्याएं पैदा हो गईं. हाल ही में दुनिया के अंत के बारे में सिर्फ़ प्रलयकारी मछली का दिखना ही एकमात्र भयावह शगुन नहीं रहा है.
पिछले हफ़्ते, यूटा में ‘डबल आर्क’ नामक 190 मिलियन वर्ष पुरानी भूगर्भीय संरचना अचानक ढह गई. जुलाई में मेक्सिको में 1,100 साल पुराना पिरामिड भारी बारिश के कारण ढह गया. इसे बनाने वाले पुरेपेचा लोगों के वंशजों ने इस पतन को आने वाले प्रलय का “बुरा शगुन” करार दिया. साल की शुरुआत में, मछुआरों को एक और विशाल “प्रलयकारी” ओरफिश थाईलैंड के ला-नगु जिले के मछुआरों ने 3 जनवरी को अंडमान सागर में दिखी था.