बड़ीखबर: डॉक्टरों से लेकर टीचर तक मजबूरी में कर रहे सेक्स, जानिए किस देश में हुए ऐसे हालात
सात साल तक जमकर पढ़ाई की, कठिन मेडिकल परिक्षाएं दी और आखिरकार मेरा डॉक्टर बनने का सपना पूरा हो गया। अभी नौकरी करते हुए एक महीना ही हुआ था कि मेरे सारे सपने टूट गए। मुझे कई पुरुषों के साथ सेक्स करने के लिए मजबूर होना पड़ा।
दरअसल, ये शब्द हैं उस ‘मे’ (डॉक्टर का नाम) के जो म्यांमार में छिड़े गृहयुद्ध के बाद से काफी दिक्कतों का सामना कर रही हैं।
‘मे’ इस दलदल में फंसी अकेली नहीं हैं, उनके साथ कई डॉक्टरों और नर्सों को ये करना पड़ रहा है। आखिर, म्यांमार में ये हालात क्यों हैं और लोगों को किस पीड़ा को झेलना पड़ रहा है, आइए जानते हैं…
म्यांमार में तख्तापलट के बाद महिलाएं मजबूर
दरअसल, फरवरी 2021 में म्यांमार की सेना ने तख्तापलट करके सत्ता हथिया ली और महामारी से पहले से ही प्रभावित देश की अर्थव्यवस्था डगमगाने लगी। हालात ऐसे हो गए कि कीमतें आसमान छूने लगीं और ‘मे’ की सैलरी कम पड़ने लगी। ‘मे’ जो 415 डॉलर (35 हजार रुपये के करीब) प्रति महीना कमाती थी वो सैलरी कब खत्म हो जाती पता भी नहीं चलता।
‘डेट गर्ल्स’ करती है कई लोगों से सेक्स
मे के पिता को किडनी की बीमारी थी इसके चलते वो और भी हताश हो गई। इस दौरान उसकी मुलाकात ‘डेट गर्ल्स’ से हुई, जो उससे दोगुना कमा रही थीं। डेट गर्ल्स को कई पुरुषों के साथ सेक्स करना पड़ता था, लेकिन इसके बदले उन्हें मुहमांगी रकम मिलती थी। पैसा लुभावना था कि मे को भी इस दलदल में फंसना पड़ा।
पेट पालने के लिए होना पड़ता है मजबूर
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, 26 वर्षीय मे ने कहा कि यह स्वीकार करना मुश्किल है कि डॉक्टर बनने के लिए इतने सालों की पढ़ाई के बावजूद, मैं अब सिर्फ अपना पेट पालने के लिए इस तरह का काम कर रही हूं। म्यांमार के दूसरे सबसे बड़े शहर मांडले में रह रही मे को अब एक साल से ज़्यादा हो गया है जब से वो वेश्या के तौर पर काम कर रही है। वैसे तो म्यांमार में वेश्यावृत्ति अवैध है, लेकिन ये धड़ले से चल रहा है।
म्यांमार की अर्थव्यवस्था तबाह, आधे लोग अब गरीबी में
बता दें कि तख्तापलट और उसके बाद हुए गृहयुद्ध ने म्यांमार की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है। इस साल मुद्रास्फीति 26 प्रतिशत तक बढ़ गई क्योंकि बिजली की कमी ने कई कारखानों को पंगु बना दिया। वहीं, बेमौसम बारिश से खेत उजड़ गए। विश्व बैंक के अनुसार, म्यांमार के लगभग आधे लोग अब गरीबी में जी रहे हैं।
इस जंग के चलते म्यांमार में चाहे डॉक्टर हो या शिक्षक, नर्स या कोई भी शिक्षित पेशेवर, सभी को सेक्स वर्क के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।