दिसंबर में घूमने के लिए बेहतरीन जगह है कुर्सेओंग, इन जगहों की सैर न करें मिस

दिसंबर साल का ऐसा महीना होता है जब ज्यादातर जगहों पर क्रिसमस और न्यू ईयर की लंबी छुट्टी मिलती है, जो घूमने-फिरने के लिए एकदम बेस्ट होता है। क्योंकि इसमें छुट्टी की मारामारी नहीं होती, लेकिन वहीं दूसरी ओर इस महीने में कड़ाके की ठंड भी पड़ती है, जिसमें सैर-सपाटा किसी टास्क से कम नहीं होता। ऐसे में लोगों की कोशिश उन जगहों पर जाने की होती है, जहां जाकर होटल में रजाई में छिपकर बैठने की जगह आराम से घूमा जा सके, तो अगर आप भी ऐसी जगहों की तलाश कर रहे हैं, तो पश्चिम बंगाल का “कुर्सेओंग” है एकदम परफेक्ट डेस्टिनेशन। जिसे “व्हाइट ऑर्किड्स की भूमि’ के नाम से भी जाना जाता है।

सिलीगुड़ी-दार्जिलिंग नेशनल हाइवे पर स्थित, “कुर्सेओंग” अपने चाय के बागानों, नेचुरल ब्यूटी, झरनों, म्यूजियम्स और मंदिरों के लिए खासतौर से मशहूर है। इस जगह को आप आसानी से दो से तीन दिनों की छुट्टी में कवर कर सकते हैं। वेकेशन एन्जॉय करने के अलावा आप यहां हनीमून प्लान भी कर सकते हैं।

कुर्सेओंग में घूमने वाली जगहें
टी गार्डन्स कुरसेओंग
कुर्सेओंग हिल्स स्टेशन चाय बागानों के लिए भी बहुत मशहूर है। यहां आएं तो टी गार्डेन्स की खूबसूरती को देखना और इसकी फोटोग्राफी का मौका न छोड़ें। यहां “मकाबीरी या अम्बोटिया” दो शानदार टी गार्डेन्स हैं। हरे-भरे चाय के बागानों और उनसे आती चाय की सौंधी खुशबू ऐसी है कि आपको यहां से जाने का मन ही नहीं करेगा। घूमने के साथ ही यहां चाय बनने के प्रोसेस और इतिहास को भी जानने का मौका मिलता है।

डॉव हिल कुरसेओंग
कुर्सेओंग हिल स्टेशन जिन पहाड़ियों में फैला हुआ है उनमें से एक है डॉव हिल, जो बेहद खूबसूरत है और कई सारे आकर्षण से भरी हुई। इस पहाड़ी का ज्यादातर हिस्सा जंगलों से घिरा हुआ है जिस वजह से ये और भी खास है। प्राकृतिक खूबसूरती को निहारने के साथ ही यहां कई प्रकार के वन्य जीवों को भी देखा जा सकता है।

हिमालयन रेलवे म्यूज़ियम
दार्जिलिंग हिमालयन रेलवे ही नहीं इसका म्यूज़ियम भी बेहद शानदार है, जिसका एक्सपीरियंस लेना मिस न करें। इस म्यूजियम में पुरानी ट्रेनों की दुर्लभ तस्वीरें, स्केच के साथ उनके बनने की भी पूरी डिटेल्स यहां देखने को मिलेगी। इस म्यूजियम में एक और खास चीज़ जो पर्यटकों को आकर्षित करती है वो है कि आसपास घूमने वाली जगहों के लिए टॉय ट्रेन की सवारी भी मौजूद है। टॉय ट्रेन का सफर बहुत ही मजेदार होता है।

फॉरेस्ट म्यूजियम
फ़ॉरेस्ट म्यूजियम भी कुर्सेओंग में घूमने वाली एक अच्छी जगह है और अगर आप नेचर लवर हैं, तब तो आपको यहां जाना बिल्कुल भी मिस नहीं करना चाहिए क्योंकि आपके देखने के लिए काफी कुछ है यहां। जंगल में तरह-तरह के जानवरों को देखने के साथ ही आपको उनके और कुछ लुप्त हो चुके जानवरों के बारे में भी जानने का मौका मिलेगा। बच्चों के साथ कुर्सेओंग आए हैं, तो डेफिनेटली वो यहां बंपर एन्जॉय करने वाले हैं।

कुर्सेओंग घूमने का बेस्ट टाइम
कुर्सेओंग हिल्स स्टेशन घूमने का बेस्ट टाइम सितंबर से दिसंबर और मार्च से जून होता है। वैसे बारिश को छोड़कर आप कभी भी यहां आने का प्लान बना सकते हैं। यहां नॉर्मली टेंपरेचर 10 से 25 डिग्री सेल्सियस ही रहता है।

कैसे पहुंचे कुर्सेओंग?
ट्रेन से- कुर्सेओंग पहुंचने का सबसे नजदीकी रेलवे स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन है, जहां से इस हिल्स स्टेशन की दूरी लगभग 44 किमी है। यह रेलवे स्टेशन ज्यादातर बड़े शहरों से जुड़ा हुआ है। रेलवे स्टेशन से आपको बस या कैब मिल जाएगी कुर्सेओंग के लिए।

फ्लाइट से- कुर्सेओंग के लिए डायरेक्ट कोई फ्लाइट नहीं है, तो इसके लिए पहले आपको बागडोगरा पहुंचना पड़ेगा। फिर यहां से 41 किमी का सफर तय करके आप इस हिल स्टेशन पहुंच सकते हैं। एयरपोर्ट से आप यहां तक के लिए कैब बुक कर सकते हैं।

रोड से- कुर्सेओंग के लिए कोलकाता, खड़गपुर जैसे शहरों से लगातार बसें चलती हैं, तो आप आसानी से कम पैसों में यहां पहुंच सकते हैं। वैसे आप बस या अपनी पर्सनल गाड़ी से भी यहां आने का प्लान बना सकते हैं।

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