पहननी हैं बेहतरीन सदाबहार कलमकारी साड़ियां, आपका लुक लगेगा स्टाइलिश

भारत की सांस्कृतिक धरोहर अपनी विविधता के लिए जानी जाती है, और यहां साड़ियां इस धरोहर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं. आंध्र प्रदेश की एक विशेष प्रकार की साड़ी, जिसे कलमकारी कहा जाता है. यह साड़ी अपने विशेष डिजाइन और कला के लिए प्रसिद्ध है. आज हम यही जानने की कोशिश करते हैं, क्या है इस साड़ी की खासियत और दिल्ली में कहां खरीद सकते हैं.

दरअसल, कलमकारी कला कलम द्वारा की जाती थी. इस कला के अलग-अलग ब्लॉक तैयार किए जाते हैं और फिर उनके द्वारा कपड़े पर प्रिंट को निकाला जाता है. मगर आज भी डिजाइन तैयार करने के लिए हुनरमंद चित्रकार कलम का ही इस्तेमाल करते हैं. जहां मच्‍छलीपटनम के कलाकार ब्‍लाक्‍स का इस्‍तेमाल करते हैं. वहीं कला हस्‍ती के चित्रकार आज भी विशिष्‍ट कलम से चित्र बनाते हैं, जिसके लिए नेचुरल कलर वाली इंक का इस्तेमाल होता है.

कलमकारी साड़ी का निर्माण
आंध्र प्रदेश स्टेट एंपोरियम में कार्यरत पॉलिन जोश जी ने बताया कि कलमकारी साड़ियां हाथ से बनाई जाती हैं, जिसमें कला के कुशल करीगर खास धागे की साड़ी को रंगने की प्रक्रिया का पालन करते हैं. यह रंगीन प्राकृतिक रंग होता है जिसमें केमिकल का उपयोग नहीं होता है. इसमें खास तरीके से तैयार किए गए रंग, जैसे कि पीला, नीला, लाल, और हरा, का प्रयोग किया जाता है, जिससे साड़ी को जीवंतता मिलती है.

कलमकारी की जानें विशेषता
कलमकारी साड़ियों की विशेषता उनके डिजाइन में छुपी है. इनमें परिस्थितिकी चित्रण, प्राचीन कथाएं और जीवन की अद्वितीयता को दर्शाने के लिए संगीन रंगों का प्रयोग किया जाता है. यह साड़ी धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व की प्रतीक होती है और पहनने वाले की शैली और विचारधारा को प्रकट करती हैं.

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