वो काम जिसे रेखा, माधुरी, हेमा बड़ी बड़ी अभिनेत्रियाँ भी ना कर पाईं श्रीदेवी ने किया
श्रीेदेवी की अचानक मौत से ना सिर्फ बॉलीवुड बल्कि पूरा देश सकते में है. इंडस्ट्री की इस अदाकारा के जाने के साथ मानो हिन्दी सिनेमा के एक युग का अंत हो गया हो. चार दशकों से दर्शकों के दिलों पर राज करने वाली श्रीदेवी ने अपनी अदायगी से बॉलीवुड में वो करिश्मा कर दिखाया जो माधुरी दीक्षित, रेखा और हेमा मालिनी जैसी एक्ट्रेस भी नहीं कर पाईं. आइए जानते हैं श्रीदेवी ने क्या किया…
बात कर रहे हैं इंडस्ट्री की उन अदाकारों की जिन्होंने इंडस्ट्री में कमबैक तो किया, लेकिन वो पहले वाला चार्म बड़े पर्दे पर नहीं दिखा पाईं. ये बात श्रीदेवी जैसी एक्ट्रेस पर बिलकुल लागू नहीं हुई. इंग्िलश-विंग्लिश फिल्म से श्रीदेवी के कमबैक ने दर्शकों के साथ साथ क्रिटिक्स का भी दिल जीत लिया.
इस फिल्म के बाद मॉम फिल्म में एक बार श्रीदेवी ने इंडस्ट्री में एक्टिंग के दायरे को और बड़ा कर दिया. रियल लाइफ में ग्लैमरस दिखने वाली इस एक्ट्रेस ने इस फिल्म में मां की भूमिका में कमाल की एक्टिंग की.
अपने जमाने की टॉप एक्ट्रेस कही जाने वाली माधुरी दीक्षित, हेमा मालिनी और रेखा जैसी एक्ट्रेस का कमबैक उनकी पुराने चार्म को लौटाने में नाकामयाब रहा. ज्यादातर अदाकाराएं मां जैसे साइड रोल में नजर आईं और फिल्म के केन्द्रीय चरित्र के आगे दब सी गईं. माधुरी को लीड रोल मिला लेकिन बॉक्स ऑफिस पर वो अपने अभिनय का जादू दिखाने में कामयाब नहीं हुईं.
रोमांस, थ्रिलर हो या कॉमेडी श्रीदेवी हर जॉनर में कमाल करती दिखीं. अपने करियर के दौरान सदमा जैसी फिल्म में श्रीदेवी की परफॉर्मेंस इंडस्ट्री में उन्हें बेस्ट करेक्टर एक्टर की पहचान भी दिलाती है. लीक से हटकर फिल्मों में श्रीदेवी का कोई तोड़ उस जमाने में नजर नहीं आया.
यही वजह थी कि श्रीदेवी इंडियन फिल्म इंडस्ट्री की सबसे पहली फीमेल सुपरस्टार कहलाईं.
श्रीदेवी ने 13 साल की उम्र में तमिल फिल्म ‘मूंडरू मुदिछु’ में रजनीकांत की सौतेली मां का किरदार निभाया था, जो कि हीरोइन के तौर पर उनकी पहली फिल्म थी. यही वो फिल्म थी, जिसमें पहली बार श्रीदेवी, कमल हासन और रजनीकांत ने एक साथ काम किया था और उसे ‘के बालचंदर’ ने डायरेक्ट किया था.
300 से ज्यादा फिल्मों में अभिनय कर श्रीदेवी हर फिल्म में द बेस्ट परफॉर्मेंस देने वाली ऐसी अदाकारा साबित हुईं.