आतंकी संगठन आईएस के दक्षिण-पूर्व एशिया इलाके का कमांडर इस्नीलोन हैपीलोन, सेना ने किया ढेर

आतंकी संगठन आईएस के दक्षिण-पूर्व एशिया इलाके का कमांडर इस्नीलोन हैपीलोन आखिरकार मारा गया। उसे साथी आतंकी सरगना उमर खय्याम के साथ फिलीपींस के मारावी शहर में सेना ने मार गिराया।आतंकी संगठन

51 वर्षीय हैपीलोन पर अमेरिका ने 50 लाख डॉलर (करीब 33 करोड़ रुपये) का इनाम घोषित कर रखा था।

मारावी शहर पिछले चार महीने से आतंकियों के कब्जे में है और वहां पर सेना अभियान छेड़े हुए है। वहां अब तक एक हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।

अमेरिका की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल हैपीलोन के छिपे होने की सूचना पर सेना 23 मई को मारावी में छापा मारने गई थी, तभी उस पर हमला हो गया।

इसके बाद आतंकियों ने मोर्चेबंदी करके शहर को कब्जे में ले लिया और सेना के साथ संघर्ष में नागरिकों को ढाल के रूप में इस्तेमाल करने लगे थे।

इस मुस्लिम बहुल शहर के सीमावर्ती इलाकों के करीब चार लाख लोगों ने भागकर खुद को बचाया। सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार आईएस प्रमुख अल-बगदादी के खिलाफत आंदोलन में हैपीलोन की प्रमुख भूमिका थी। वह संगठन का विस्तार करने के इरादे से ही इराक-सीरिया से फिलीपींस आया था।

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फिलीपींस के रक्षा मंत्री डेल्फिन लोरेंजाना ने बताया है कि मारे गए दोनों आतंकी सरगनाओं के शव सेना ने बरामद कर लिए हैं। वह शुरुआत में अबू सैयाफ नाम की आतंकी तंजीम से जुड़ा था, लेकिन बाद में उसने अपना दायरा बढ़ा लिया, जबकि उमर खय्याम अपने भाई के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियां चलाता था। दोनों के शव डीएनए टेस्ट के लिए भेज दिए गए हैं।

लोरेंजाना ने दावा किया कि अब चंद रोज में ही मारावी शहर पर फिर कब्जा कर लिया जाएगा। हैपीलोन के बाद बाकी बचे आतंकियों को भी खत्म किया जाएगा।

रक्षा मंत्री ने बताया कि मारावी में सेना मलेशिया के आतंकी सरगना महमूद अहमद की भी तलाश कर रही है। सुराग मिला है कि वह भी मारावी में रहकर सेना के साथ संघर्ष को दिशा दे रहा है।

 आतंकी संगठन आईएस के दक्षिण-पूर्व एशिया इलाके का कमांडर इस्नीलोन हैपीलोन आखिरकार मारा गया। उसे साथी आतंकी सरगना उमर खय्याम के साथ फिलीपींस के मारावी शहर में सेना ने मार गिराया।

51 वर्षीय हैपीलोन पर अमेरिका ने 50 लाख डॉलर (करीब 33 करोड़ रुपये) का इनाम घोषित कर रखा था।

मारावी शहर पिछले चार महीने से आतंकियों के कब्जे में है और वहां पर सेना अभियान छेड़े हुए है। वहां अब तक एक हजार से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं।

अमेरिका की मोस्ट वॉन्टेड लिस्ट में शामिल हैपीलोन के छिपे होने की सूचना पर सेना 23 मई को मारावी में छापा मारने गई थी, तभी उस पर हमला हो गया।

इसके बाद आतंकियों ने मोर्चेबंदी करके शहर को कब्जे में ले लिया और सेना के साथ संघर्ष में नागरिकों को ढाल के रूप में इस्तेमाल करने लगे थे।

इस मुस्लिम बहुल शहर के सीमावर्ती इलाकों के करीब चार लाख लोगों ने भागकर खुद को बचाया। सुरक्षा विशेषज्ञों के अनुसार आईएस प्रमुख अल-बगदादी के खिलाफत आंदोलन में हैपीलोन की प्रमुख भूमिका थी। वह संगठन का विस्तार करने के इरादे से ही इराक-सीरिया से फिलीपींस आया था।

फिलीपींस के रक्षा मंत्री डेल्फिन लोरेंजाना ने बताया है कि मारे गए दोनों आतंकी सरगनाओं के शव सेना ने बरामद कर लिए हैं। वह शुरुआत में अबू सैयाफ नाम की आतंकी तंजीम से जुड़ा था, लेकिन बाद में उसने अपना दायरा बढ़ा लिया, जबकि उमर खय्याम अपने भाई के साथ मिलकर आतंकी गतिविधियां चलाता था। दोनों के शव डीएनए टेस्ट के लिए भेज दिए गए हैं।

लोरेंजाना ने दावा किया कि अब चंद रोज में ही मारावी शहर पर फिर कब्जा कर लिया जाएगा। हैपीलोन के बाद बाकी बचे आतंकियों को भी खत्म किया जाएगा।

रक्षा मंत्री ने बताया कि मारावी में सेना मलेशिया के आतंकी सरगना महमूद अहमद की भी तलाश कर रही है। सुराग मिला है कि वह भी मारावी में रहकर सेना के साथ संघर्ष को दिशा दे रहा है।

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