मिस्र में आतंकी हमले से 235 लोग की हुई मौत, घोषित हुआ 3 दिन का राष्ट्रीय शोक
मिस्र की वायुसेना ने उत्तरी सिनाई प्रांत में मस्जिद पर हुए हमले के कुछ ही घंटों के भीतर कई आतंकवादियों को मार गिराया और उनके वाहन तबाह कर दिए हैं. उत्तरी सिनाई में शुक्रवार को आतंकवादियों ने जुमे की नमाज के दौरान एक मस्जिद पर हमला किया जिससे करीब 235 नमाजियों की मौत हो गई और 109 अन्य घायल हो गए. इसी हमले के बाद सेना से जवाबी ऑपरेशन चलाया है.
सेना के प्रवक्ता तामेर एल-रफाई ने एक बयान में कहा कि वायुसेना ने उत्तरी सिनाई के आसपास के क्षेत्रों में आतंकवादियों के ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की है जिसमें आतंकवादी मारे गये हैं और जानलेवा हमले में इस्तेमाल किए गए वाहनों को तबाह कर दिया गया है. उन्होंने कहा कि आतंकवादियों के हथियार डिपो को भी निशाना बनाया गया है.
आतंकवादियों ने जुमे की नमाज के दौरान अल-अरिश शहर में स्थित अल-रौदा मस्जिद पर बम से हमला करने के बाद गोलीबारी की जिसमें सैकड़ों की संख्या में लोग मारे गये. हमले के तुरंत बाद राष्ट्रपति अब्दुल फतेह अल-सीसी ने अधिकारियों के साथ आपात बैठक बुलाकर सुरक्षा हालात का जायजा लिया था. बाद में जारी एक बयान के अनुसार, उन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ बल प्रयोग की बात कही थी. मिस्र सरकार ने हमले के बाद तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है.
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मिस्र में हुए हमले की दुनियाभर ने निंदा की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमले की निंदा करते हुए कहा कि भारत आतंकवाद से लड़ाई में मिस्र के साथ खड़ा है. अमेरिका राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि दुनिया अब आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं कर सकती, हम ऐसी विचारधारा को जड़ से उखाड़ फेकेंगे.
मिस्र के उत्तरी सिनाई में जनवरी, 2011 के बाद से ही कई हमले हुए हैं. जनवरी, 2011 में हुई क्रांति से राष्ट्रपति हुस्नी मुबारक की सत्ता चली गयी थी. साल 2013 में मोहम्मद मुर्सी को राष्ट्रपति पद से अपदस्थ किए जाने के बाद उत्तरी सिनाई में हमलावरों ने पुलिस और सेना को निशाना बनाया है. इसके बाद से 700 से अधिक सुरक्षाकर्मी मारे गए हैं.