शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़ा: फर्जी तरीके से नौकरी पाए सभी नौ शिक्षकों पर रिपोर्ट

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की फर्जी मेल आईडी से नौकरी पाने वाले सभी नौ शिक्षकों के खिलाफ जिला विद्यालय निरीक्षक की तहरीर पर कर्नलगंज पुलिस ने सोमवार रात रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इन पर कूटरचित दस्तावेज तैयार करने समेत अन्य धाराओं में कार्रवाई की गई है। दो महिला शिक्षकों ने जॉइन भी कर लिया था। मामले के खुलासे के बाद आर्यकन्या इंटर कॉलेज गोविंदनगर में मार्च में जॉइन करने वाली रिक्षा पांडेय ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं जिला विद्यालय निरीक्षक ने इस प्रकरण से जुड़े सभी चयन पत्र को निरस्त कर दिया है।

वहीं जांच में पता चला है कि इंटर कॉलेजों में शिक्षक भर्ती मामले में शातिरों ने निदेशालय से एक सितंबर को भेजे गए पत्र का इस्तेमाल कर फर्जीवाड़ा किया है। जालसाजों ने इस पत्र की भाषा को काॅपी कर आवंटन पत्र तैयार किया है। असली पत्र में प्रशिक्षित स्नातक (टीजीटी) विषय संस्कृत एवं गणित के अंतर्गत पूर्व चयनितों का जिक्र किया गया है। वहीं कूटरचित पत्र में प्रवक्ता (पीजीटी) विषय कृषि, कला, जीव विज्ञान, रसायन विज्ञान, नागरिक शास्त्र, संस्कृत एवं गणित के अंतर्गत पूर्व चयनितों का जिक्र है। असली पत्र में कानपुर में केवल चंद्रभान पांडेय का नाम था, जबकि शातिरों ने नौ नामों का पैनल बना दिया। जांच में पता चला है कि फर्जीवाड़े का मास्टरमाइंड मेरठ का है।

26 दिन कहां रहे मेल से आए पत्र
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की फर्जी मेल आईडी admadhymik06@gmail.com तैयार कर शातिरों ने 26 अक्तूबर 2023 की दोपहर 12:40 बजे जिला विद्यालय निरीक्षक की आईडी पर मेल भेेजी थी। जिसे संबंधित ने डाउनलोड कर लिया था। इसके बाद मेल पर आए पत्रों को डाउनलोड कर इसकी कॉपी नियुक्ति और आवंटन पटल देखने वाले बाबू राजन को 21 नवंबर को दी गई। ऐसे में 26 दिन ये पत्र किसके पास और क्यों रखा रहा। यह जांच का विषय है। डाउनलोड करते समय सामने लिखकर आ रही फर्जी मेल आईडी की अनदेखी और निदेशालय के बताए पोर्टल www.madhyamikshiksha.upsdc.gov.in पर चयनितों के नाम का सत्यापन न करने को भी विभागीय अधिकारियों ने लापरवाही मानी है।

सत्यापन न करने वाले विभागीय अधिकारी दोषी : संयुक्त निदेशक
कॉलेज प्रबंधन इस्तीफा देने वाली रिक्षा के दस्तावेजों का सत्यापन करा रहा है। ऐसे में रिक्षा को अभी तक वेतन जारी नहीं किया गया है। वहीं दूसरी शिक्षिका विनीता देवी को मदन मोहन अग्रवाल बालिका इंटर कॉलेज, किदवईनगर में जाॅइन कराने के साथ ही वहां के प्रबंधन और प्रधानाचार्य अनामिका नरूला ने वेतन जारी करा दिया है। संयुक्त निदेशक मनोज कुमार द्विवेदी ने बताया कि प्रथम दृष्टया नामों का सत्यापन न करने के लिए विभागीय अधिकारी लापरवाही बरतने के दोषी हैं।

मेरी कोई गलती नहीं, सिर्फ मेल डाउनलोड की थी
तत्कालीन डीआईओएस प्रथम फतेह बहादुर सिंह ने अपना पक्ष रखते हुए बताया कि मैंने सिर्फ मेल डाउनलोड करके दी थी। साथ ही पैनल में शामिल नामों के सत्यापन के लिए पत्र निदेशालय भेजने के निर्देश दिए थे। मेरे स्तर से किसी का नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया गया है न ही किसी का वेतन आहरित हुआ है।

कॉलेजों ने कहा, जगह नहीं फिर क्यों भेजा नाम
डीएमयू इंटर कॉलेज के प्रबंधन ने वर्ष 1987 से सहायक अध्यापक दीपक कुमार के शारीरिक शिक्षा में कार्यरत होने की बात कहते हुए ज्योति यादव को जॉइन नहीं कराया था, जबकि राम सहाय इंटर कॉलेज शिवराजपुर ने भी पद खाली न होने की बात कहते हुए जॉइन कराने से इन्कार कर दिया था।

कर्नलगंज में दर्ज हुई रिपोर्ट
जिला विद्यालय निरीक्षक की तहरीर पर कर्नलगंज पुलिस ने सोमवार रात उन सभी नौ शिक्षकों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है जिनके नाम पैनल में थे।

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