बोरिंग लौकी में स्वाद भर देंगे इसके टेस्टी कटलेट्स
पर्वतीय पाककला अपने आप में अनूठी है। भादौ में मौसम के बदलते मिजाज के साथ रेसिपी में बदलाव यहां की भोजनशैली की खासियत है। स्वाद के साथ पौष्टिकता पर फोकस भी इसे खास बना देती है। ऐसे में आप हम आपको बताते हैं इस सीजन में एकदम सख्त हो चुकी लौकी के कटलेट्स के बारे में। ये मौसम लौकी, कद्दू आदि का ही है। इन दिनों लौकी तैयार होकर सख्त भी होने लगी है।
ऐसे में लौकी से तैयार विविध डिश तैयार करने का सीजन भी आ गया है। मगर गोल पकौड़ीनुमा कटलेट्स का कोई जवाब नहीं। लौकी के कटलेट्स बनाने में प्रयुक्त अन्य खाद्य सामग्रियां भी औषधीय गुणों से भरपूर रहती हैं। इसलिए ग्रामीण भोजनशैली में शामिल लौकी की यह डिश अब नगरों में भी खासी पसंद की जाने लगी है।
लौकी के फायदे
लौकी में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके अलावा विटामिन- बी, सी, ए, के व विटामिन ई भी प्रचुर मात्रा में मिलता है।
वहीं, लौकी में आयरन, मैग्निशियम आदि पोषक तत्व की भी अच्छी खासी मात्रा पाई जाती है। लौकी के सेवन से दिल दुरुस्त रहता है। विशेषज्ञों के अनुसार लौकी में हार्ट डिजीज दूर करने की क्षमता पाई जाती है।
यही नहीं पाचन क्रिया को मजबूत रख लौकी डायबिटीज और कैंसर जैसी घातक बीमारी में भी मददगार साबित होती है।
लौकी में एंटी आक्सीडेंट गुण होने के कारण यह मानव शरीर में कालेस्ट्राल की मात्रा को संतुलित रखने में सहायक होती है।
ध्यान देने वाली बात यह है कि सुबह उठकर खाली पेट लौकी का जूस पीना बड़ा फायदेमंद माना गया है। इससे पेट में एसिडिटी, कब्ज ही नहीं गैस की समस्या से भी छुटकारा मिलता है।
ऐसे करें तैयार
लौकी को कद्दूकस कर इसका पानी निथार कर बड़े कटोरे में रख दें।
हल्का बेसन, हल्दी, आजवाइन, भुना जीरा व सेंधा नमक मिलाकर मिक्स कर लें। स्वाद बढ़ाने के लिए करी पत्ता, हरा धनिया और मिर्च मिला दें।
फिर कद्दूकस की गई लौकी और बेसन को गूंथ कर छोटे-छोटे गोल पकौड़ी जैसा आकार दें।
अब कढ़ाई में सरसों या रिफाइंड का तेल गरम कर समान आंच पर इन बॉल्स को तलें।
गहरा लाल रंग आने पर लौकी के गरमागरम कटलेट्स को पुदीना अमचूर मिक्स चटनी के साथ परोसें।