रमा एकादशी के दिन तुलसी आरती के बाद करें ये उपाय
रमा एकादशी का व्रत बेहद पुण्यदायी माना गया है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा होती है। वैदिक पंचांग के अनुसार, एकादशी प्रति मास शुक्ल पक्ष और कृष्ण पक्ष के 11वें दिन मनाई जाती है। इस बार यह 28 अक्टूबर को मनाई जाएगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस व्रत (Rama Ekadashi 2024) को करने से आर्थिक तंगी से निजात मिलती है। वहीं, ज्योतिष शास्त्र में इस दिन देवी तुलसी की पूजा करने को भी कहा गया है।
ऐसी मान्यता है सुबह उठकर देवी तुलसी की विधि अनुसार, पूजा करें और उनकी आरती करें। इससे घर में कभी धन-धान्य की कमी नहीं रहेगी। साथ ही व्यक्ति के सभी पापों का नाश होगा, तो चलिए यहां पढ़ते हैं।
।।तुलसी माता की आरती।। (Ekadashi Par Karen Maa Tulsi Ki Aarti)
जय जय तुलसी माता, मैय्या जय तुलसी माता ।
सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता।।
मैय्या जय तुलसी माता।।
सब योगों से ऊपर, सब रोगों से ऊपर।
रज से रक्ष करके, सबकी भव त्राता।
मैय्या जय तुलसी माता।।
बटु पुत्री है श्यामा, सूर बल्ली है ग्राम्या।
विष्णुप्रिय जो नर तुमको सेवे, सो नर तर जाता।
मैय्या जय तुलसी माता।।
हरि के शीश विराजत, त्रिभुवन से हो वंदित।
पतित जनों की तारिणी, तुम हो विख्याता।
मैय्या जय तुलसी माता।।
लेकर जन्म विजन में, आई दिव्य भवन में।
मानव लोक तुम्हीं से, सुख-संपति पाता।
मैय्या जय तुलसी माता।।
हरि को तुम अति प्यारी, श्याम वर्ण सुकुमारी।
प्रेम अजब है उनका, तुमसे कैसा नाता।
हमारी विपद हरो तुम, कृपा करो माता।
मैय्या जय तुलसी माता।।
जय जय तुलसी माता, मैय्या जय तुलसी माता।
सब जग की सुख दाता, सबकी वर माता॥
मैय्या जय तुलसी माता।।