तिलक को ‘आतंकवाद का जनक’ बताने वाली पुस्तक वापस लें सीएम वसुंधरा और माफी मांगें: कांग्रेस

नई दिल्ली: राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों में 8वीं कक्षा की एक पुस्तक में स्वतंत्रता सेनानी बाल गंगाधर तिलक को ‘आतंकवाद का जनक’ (फादर ऑफ टेररिज्म) बताए जाने को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधा. पार्टी ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे माफी मांगें और इस पुस्तक को तत्काल वापस लें.

कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा, ”इतिहास को फिर से लिखना और स्वतंत्रता सेनानियों के अपमान करना बीजेपी की फितरत रही है. बाल गंगाधर तिलक जी राष्ट्रीय आंदोलन में कांग्रेस के शीर्ष नेताओं में से एक थे.” उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री (वसुंधरा राजे) को माफी मांगनी चाहिए और इन पुस्तकों को तत्काल वापस लेना चाहिए.

दरअसल, राजस्थान राज्य पाठ्यक्रम बोर्ड किताबों को हिन्दी में प्रकाशित करता है इसलिये बोर्ड से मान्यता प्राप्त अंग्रेजी माध्यम के विद्यालयों के लिए मथुरा के एक प्रकाशक द्वारा प्रकाशित संदर्भ पुस्तक को इस्तेमाल में लाया जाता है. पुस्तक के पेज संख्या 267 पर 22वें अध्याय में तिलक के बारे में लिखा गया है कि उन्होंने राष्ट्रीय आंदोलन का रास्ता दिखाया था, इसलिये उन्हें ‘आतंकवाद का जनक’ कहा जाता है. पुस्तक में तिलक के बारे में 18वीं और 19वीं शताब्दी के राष्ट्रीय आंदोलन के संदर्भ में लिखा गया है.

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